लखनऊ। शनिवार को प्रदेश में कोविड टीकाकरण के महाअभियान की शुरुआत हो गयी । पहले दिन प्रदेश के 31,700 स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया गया, जिनको दूसरी डोज आगामी 15 फरवरी को दी जायेगी। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में महानिदेशक- स्वास्थ्य और महानिदेशक – परिवार कल्याण ने बलरामपुर अस्पताल में कोविड का टीका लगवाया ।
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व कोरोना टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ. सूर्यकान्त ने चिकित्सा विश्वविद्यालय के कलाम सेंटर में बने टीकाकरण केंद्र पर पहुंचकर सबसे पहले टीका लगवाया और लोगों को सन्देश दिया कि वैक्सीन को चुनें वायरस को नहीं । इसी तरह गोरखपुर में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज कुमार पांडेय ने सबसे पहले टीका लगवाया । डॉ. नीरज ने बताया कि उन्हें टीके के प्रति कोई भय या आशंका कभी नहीं रही । चिकित्सक होने के नाते पहले से जानते हैं कि हर टीके का हल्का-फुल्का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिसके लिए वह तैयार थे। हालांकि टीके का कोई प्रतिकूल असर उन्हें महसूस नहीं हुआ।
जनपद गाजीपुर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीसी मौर्य ने सबसे पहले टीका लगवाकर महाअभियान का शुभारंभ किया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी करीब 35 मिनट निगरानी कक्ष में रहने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए । उनकी उम्र 61 साल है और उन्होंने सबसे पहले टीकाकरण कराकर यह बताने का प्रयास किया कि इस टीके का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है।
इसी तरह झाँसी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ॰ नरेंद्र सेंगर ने मेडिकल कॉलेज में शुरू हुए टीकाकरण अभियान में पहला टीका लगवाया । उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हुई, इंजेक्शन का दर्द भी ऐसा था कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब इंजेक्शन लग गया । झाँसी जिला अस्पताल के डॉक्टर और कोविड वैक्सीन लगवाने वाले पहले लाभार्थी डॉ॰ आनंद द्विवेदी ने बताया कि वैक्सीन लगने से पहले और बाद में भी उन्हे कोई समस्या नहीं हुई। इसी क्रम में जिला महिला अस्पताल में संचालित शिविर में डीडबल्यूएच में कार्यरत कुक अर्चना परिहार को पहला टीका लगाया गया। अर्चना ने बताया कि यह एक आम प्रक्रिया जैसी ही लगी, उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं हुई ।
मऊ जिले में टीकाकरण अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी अमित सिंह व एसपी सुशील धुले की मौजूदगी में सीएमओ डॉ. सतीश चन्द्र सिंह को पहला टीका लगाकर की गयी । टीका लगने के बाद सीएमओ ने कहा कि यह पूरी तरह से एक सामान्य प्रक्रिया है । दूसरा टीका मऊ के विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. पदम जैन को लगा । जिला पुरुष अस्पताल में पहला टीका सीएमएस डॉ. बृज कुमार को लगा । डॉ बृज कुमार ने बताया कि वह स्वयं और स्टाफ टीकाकरण के कुछ समय के बाद ही मरीज देख रहे हैं और अपना-अपना कार्य कर रहें हैं ।
गौतमबुद्धनगर जिले के नोएडा सेक्टर-30 स्थित सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय एवं पोस्ट ग्रेजुएट शिक्षण संस्थान (चाइल्ड पीजीआई) में जिलाधिकारी सुहास एलवाई और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक ओहरी की उपस्थिति में हेल्थ वर्कर शमीम को पहला और यहीं कार्यरत हेल्थ वर्कर रितु को दूसरा टीका लगाया गया । सांसद डॉ. महेश शर्मा ने भी कैलाश अस्पताल में टीका लगवाया, डॉ. शर्मा को यह टीका चिकित्सक होने के नाते लगाया गया है। सीतापुर जिला महिला चिकित्सालय पर स्टाफ नर्स सरिता को एएनएम साधना द्वारा पहला टीका लगाया गया। अटरिया के हिन्द मेडिकल कॉलेज में सफाई कर्मी बिल्लू को पहला टीका लगाया गया ।
बिजनौर जिला अस्पताल में सबसे पहले 57 वर्षीय स्वास्थ्य कर्मी रतिराम शर्मा को टीका लगाया गया और आधे घंटे निगरानी कक्ष में रखने के बाद उनको घर जाने दिया गया। उन्होंने टीका लगने के बाद किसी भी तरह की दिक्कत-परेशानी नहीं होने की बात कही । इसी तरह की प्रतिक्रिया जिला महिला चिकित्सालय में टीका लगवाने वाले चिकित्सक डॉ. कपिल चौधरी की भी रही । अमरोहा के जोया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहला टीका स्वास्थ्य केंद्र के चतुर्थ श्रेणी कर्मी आनंद कुमार को लगाया गया । आनन्द ने कहा कि टीका लगने के बाद कोई भी घबराहट या बेचैनी नहीं महसूस हुई। मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम. सी. गर्ग को सबसे पहला टीका लगा, उन्होंने बताया कि वह टीकाकरण को लेकर काफी उत्साहित थे, टीका पूरी तरह सुरक्षित है और अपील की कि जिसके भी पास टीकाकरण हेतु मोबाइल पर संदेश आये तो अपना टीकाकरण अवश्य करायें।
हमीरपुर के जिला पुरुष अस्पताल में सर्वप्रथम वैक्सीन पुलिस अस्पताल के चीफ फार्मासिस्ट सुशील कुमार निगम को लगाई गई । 58 वर्षीय निगम ने बताया कि टीका लगने के बाद आधे घंटे तक आब्जर्वेशन रूम में डॉक्टरों की निगरानी में रहे । उन्हें किसी किस्म की कोई दिक्कत नहीं हुई ।
हरदोई जिला महिला चिकित्सालय में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी पंकज कुमार सिंह को पहला टीका लगा । उन्होने बताया- सुबह मुझे पता चला कि मुझे ही सबसे पहले टीका लगेगा । पहले मैंने सोचा था कि 100 लोगों को टीका लगना है, जो सभी के साथ होगा वह मेरे साथ भी होगा । टीका लगने के बाद मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई, पूरी तरह से स्वस्थ हूँ । यह टीका भी अन्य सामान्य इंजेक्शन की तरह से ही है । रायबरेली में सीएचसी हरचंदपुर के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सक डा. हीरालाल वर्मा को पहला टीका लगा। उन्होंने बताया- टीका लगने का मैसेज मिलने और टीका लगने के बाद मुझे अच्छा ही लगा। परिवार वाले भी खुश हैं । दोस्त, जानने वाले और रिश्तेदार फोन पर बधाइयाँ दे रहे हैं । टीका लगने के बाद कोई दिक्कत नहीं हुई है। उन्नाव में पहला टीका अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. आर. के . गौतम को जिला पुरुष चिकित्सालय में लगा।
इसी तरह कानपुर में सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा, औरैया में सीएमओ डॉ. अर्चना श्रीवास्तव, बहराइच में डॉ. अतुल मिश्र, अयोध्या में सिस्टर इंचार्ज सुमन श्रीवास्तव, एटा में डॉ. राजेश कुमार अग्रवाल, बरेली में फार्मेसिस्ट अजय कनौजिया, कन्नौज में सफाई कर्मी दिलीप, ललितपुर में डॉ. मुकेश सेठ, संतकबीरनगर में डॉ. कुमार सिद्धार्थ, गोंडा में चतुर्थ श्रेणी कर्मी बाबू लाल और प्रयागराज में डॉ. प्रभात सिंह को पहले दिन पहला टीका लगाया गया । इसके अलावा महराजगंज में डॉ. अशोक कुमार श्रीवास्तव, बरेली में डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर शशिबिंद कुमार शुक्ल, चंदौली में डॉ. हरीश चन्द्र, शामली में वार्ड ब्वाय ओम पाल सिंह, जालौन में डॉ. संजीव गुप्ता, बाँदा में इमरजेंसी मेडिकल आफिसर डॉ. शिव कुमार मौर्य और चित्रकूट में स्वास्थ्य कर्मी सुशील कुमार निगम को पहले दिन पहला टीका लगाया गया ।