बढ़नी ( सिद्धार्थनगर)। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की नगर कमेटी और राष्ट्रीय मदरसा संघ नेपाल ने प्रतिनिधि सभा (संसद) को बहाल करने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए इसे एक ऐतिहासिक फैसला बताया है।
कृष्णानगर नगर पालिका वार्ड नंबर 2 में स्थित राष्ट्रीय मदरसा संघ के पुस्तकालय में एक कार्यक्रम का आयोजन नेकपा कृष्णागर के अध्यक्ष अध्यक्ष जाबेद आलम की अध्यक्षता में बुधवार शाम को किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अब्दुल सबूर नदवी, विशिष्ट अतिथि के रूप में लुम्बिनी प्रदेश मदरसा बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना मसूद खान नेपाली, राष्ट्रीय मदरसा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी अलकुफी ,अतिथि के रूप में नेपाल के राष्ट्रीय मदरसा संघ के उपाध्यक्ष शेख जायस मक्की मौजूद रहे। इसके अलावा गणेश प्रसाद बंजाड़े, अल्हाज फजल महमूद खान संघ के सदस्य शेख अब्दुल रहमान मदनी, अकिल अहमद, तुफैल अहमद खान की उललेखनीय उपस्थिति रही।
मौलाना मशहूद खान नेपाली ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने साबित कर दिया है कि ओली सरकार द्वारा उठाए गए कदम गलत थे। श्री नेपाली ने कहा कि यह फैसला ऐतिहासिक है और लोकतंत्र और संविधान के पक्ष में है।
उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय अल्पसंख्यक, बहुसंख्यक और सभी के हित मे हैं,इससे लोकतंत्र मज़बूत होगा। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अब्दुल गनी अल कुफी ने कहा कि यह फैसला नेपाली अवाम की जीत है। इस फैसले से यह साबित होगया है कि ओली सरकार का कदम गैरलोकतांत्रिक व असंवैधानिक था।सर्वोच्च न्यायालय का यह निर्णय नेपाली लोकतंत्र के लिए उम्मीद की एक नई सुबह लेकर आया है।
नेकपा के गणेश प्रसाद बंजाड़े व अध्यक्ष जावेद आलम ने सुप्रीमकोर्ट के फैसला का स्वागत करते हुए इसे नेपाली अवाम और संविधान के पक्ष में बताया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि अब्दुल सबूर को राष्ट्रीय मदरसा संघ द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मौलाना अब्दुल नूर, मौलाना ज़हीर अहमद बरेलवी, नियाज़ अहमद, युवा नेता जुम्मन खान, वसीम खान, और अन्य लोग मौजूद थे।