महराजगंज। मार्च माह के प्रथम बुधवार को उप स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर में विशेष ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस( वीएचएनडी) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में न केवल गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण हुआ बल्कि सैम और मैम बच्चों ( अति कुपोषित और कुपोषित ) का चिन्हांकन भी किया गया। कार्यक्रम में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन पालन करते हुए 11 बच्चों तथा तीन गर्भवती को टीका लगाया गया। जिन बच्चों को टीका लगा उनमें चार बच्चों को जापानीज इंसेफेलाइटिस (जेई) का तथा अन्य को पेंटा व एमआर आदि का टीका लगाया गया। केन्द्र पर आने वाले एक दर्जन बच्चों की वजन व लंबाई की जांच की गयी , जिसमें से सात बच्चे कुपोषित चिन्हित किए गए।
उप स्वास्थ्य केन्द्र रसूलपुर में आयोजित वीएचएनडी पर टीकाकरण के लिए चार गर्भवती व 16 बच्चों का ड्यू डेट था , जिसमें से शकुन्तला, अंजनि तथा शशिकला की खून पेशाब, रक्तचाप, वजन आदि की जांच कर टीका लगाया गया। टीकाकरण सत्र पर 11 बच्चों का को भी टीकाकरण हुआ। जिन बच्चों का टीकाकरण हुआ उसमें से आनंद व आयाम सहित चार बच्चों को जेई का टीका लगा जबकि मरियम व आरोही आदि को पैंटा थर्ड व एमआर आदि टीका लगाया गया। जांच कराने आयी शकुन्तला नामक गर्भवती ने बताया कि उसका नौवा महिना लग गया है। पहले भी जांच करा चुकी है। अस्पताल से दवा भी मिली थी, सुई भी लगी थी। आज भी जांच कराने आयी है।
टीकाकरण एएनएम रेखा व मीरा मौर्य ने किया जबकि कार्यक्रम में आशा कार्यकर्ता सुनीता, कुसुम, रिंकी व पुष्पा तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रतिभा, सुनीता व बिन्द्रावती ने लाभार्थियों को केन्द्र पर बुलाया। जांच कराने आये बच्चों में से जो बच्चे कुपोषित मिले हैं उनमें अंशू, अंकिता, सुमित्रा,अदिति,आकाश, आकाश, प्रियांशु शामिल हैं।
वीएचएनडी का जायजा लेने उप स्वास्थ्य केंद्र रसूलपुर पहुंचे सदर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. केपी सिंह कहा कि कोरोना के प्रति अभी भी सतर्कता बरतने की विशेष जरूरत है। ऐसे में भी एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करें तथा दूसरों को भी पालन करने के लिए प्रेरित करें।
उन्होंने यह भी कहा कि संचारी रोग नियंत्रण माह चल रहा है, दस्तक पखवाड़ा भी चलने वाला है। ऐसे में सभी आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को साफ सफाई रखने, गंदगी से दूर रहने, स्वच्छ पेयजल का सेवन करने के लिए प्रेरित करें। इस माह में आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाने का भी अभियान चलाया जाना है। अभियान के तहत उन लोगों को गोल्डेन कार्ड बनवाने में सहयोग करें जो लाभार्थी होने के बाद भी अभी तक गोल्डेन कार्ड नहीं बनवा सके हैं।
ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर सूर्य प्रताप सिंह ने उपस्थित सभी लोगों को समय समय पर हाथ धोते रहने का तरीका बताया। यह भी कहा कि सभी आशा कार्यकर्ता संस्थागत प्रसव पर जोर दें। साथ ही जैसे ही किसी महिला के गर्भवती होने का पता चले उसका प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत पंजीकरण कराएं व योजना का लाभ दिलाएं।