गोरखपुर। जंगल कौड़िया ब्लाक के मैनाभागर गांव में 19 अगस्त को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बाबा राम करन दास ग्रामीण विकास समिति, ह्यूमन राइट्स लाॅ नेटवर्क, हेल्थ वाच फोरम के संयुक्त तत्वावधान में महिलाओ के कानूनी अधिकारों पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में महिलाओं को उनके संवैधानिक व कानूनी अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई। शिविर मेें महिलाओं ने अपनी समस्याओं पर अपनी बात रखी। शिविर में दो महिलाओं ने घरेलू उत्पीड़न का मामला प्रस्तुत किया। कई महिलाओं ने पात्र होने के बावजूद पेंशन, आवास न मिलने की शिकायत की। शिविर में आयी महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच की महिलाओं ने जंगल कौड़िया ब्लाक में 10 उप स्वास्थ्य केन्द्रों की हालत के बारे में अवगत कराए हुए एक सर्वेक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत किया जिसमें बताया गया है कि मानक के अनरूप इन उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल रही हैं। इस रिपोर्ट में मानक के अनुरूप उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर मानव संसाधन, उपकरण, दवाइयां उपलब्ध कराने तथा उप स्वास्थ्य केन्द्रो के जर्जर भवन को ठीक कराने की मांग उठायी गयी है।
महिला मंच की ओर से यह रिपोर्ट शीला, प्रतिभा, प्रियंका, अंजली रूबी भारती प्रस्तुत किया।
शिविर में जंगल कौड़िया ब्लाक के एडीओ पंचायत, ग्राम विकास अधिकारी, लेखपाल ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी तो मजनू चौराहा चौकी के इंचार्ज ने महिलाओं की सुरक्षा सम्बन्धी कानूनों और प्रावधानों की चर्चा की।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवेन्द्र सिंह ने विस्तार से महिलाओं के कानूनी अधिकारों की चर्चा की और कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण उनकी कानूनी मदद के लिए तत्पर है। उन्होंने महिलाओं द्वारा अपनी अधिकारों के प्रति सजगता और खुल कर आवाज उठाने की सराहना की।
शिविर में पत्रकार मनोज कुमार सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता पवन श्रीवास्तव ने भी अपने विचार रखे। बाबा रामकरण दास ग्रामीण विकास समिति के सचिव अवधेश कुूमार ने सभी का स्वागत किया और विधिक जागरूकता शिविर के उद्देश्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन बसंत श्रीवास्तव व रामानन्द ने किया। सहित 250 महिला पुरुषो ने भाग लिया