गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश कुमार सिंह को हटाने की मांग को लेकर 11 दिन से आमरण अनशन कर रहे पूर्व संविदा शिक्षक डॉ. संपूर्णानंद मल्ल को समर्थन देने के लिए शहर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने सदर जिला अस्पताल में जाकर उनसे मुलाकात की।
डॉ मल्ल हिंदी विभाग के प्रो. कमलेश कुमार के निलंबन, अन्य आचार्यों के खिलाफ की गई नियम विरुद्ध कार्यवाहियों, 17 शोध छात्रों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने, बिना किताबों-शिक्षकों वित्तपोषित पाठ्यक्रमों को लाने, विश्वविद्यालय में शिक्षा को बर्बाद करने के खिलाफ और कुलपति को बर्खास्त करने की मांग को लेकर आमरण अनशन कर रहे हैं।
डॉ मल्ल के अनशन को समर्थन देने पहुंचे सैथवार मल्ल शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिलीप सिंह ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय को बचाने के लिए डॉ सम्पूर्णानंद की मांगे जायज है। उनकी मांग न माने जाने पर शिक्षक संघ सड़क पर उतरने को कटिबद्ध है।
प्रो. सीपी गुप्ता ने कहा कि छोटे गांधी डॉ. संपूर्णानंद की सभी मांगे विश्वविद्यालय के लाखों छात्रों के हित में है। अत: प्रशासन को इसका संज्ञान लेना चाहिए। डॉ. मल्ल के इस मुहिम में हम सभी शामिल हैं और जल्द ही कुलाधिपति औऱ मुख्यमंत्री से मिलकर इस संबंध में ज्ञापन दिया जाएगा।
दीपदान महोत्सव आयोजन समिति (DMASK) के अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को बचाने के लिए आमरण अनशन पर बैठे डॉ. संपूर्णननंद मल्ल की मुहिम का हमारी समिति का समर्थन है और हम समिति द्वारा जल्द की प्रशासन को ज्ञापन देंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे।
समर्थन का आभार जताते हुए डॉ. संपूर्णानंद मल्ल ने बताया कि प्रशासन द्वारा उनकी कुछ प्रमुख मांगों को मान लिया है, परंतु आरोपित कुलपति के बर्खास्त या निलंबन के बगैर कोई भी जांच पड़ताल ठीक से नहीं हो सकती है, अत: विश्वविद्यालय के हित में कुलपति हटाए जाने तक आमरण अनशन जारी रहेगा। देश लोकतंत्र की रजत जयंती मना रहा है, और विश्वविद्यालय में ऐसे तानाशाह कुलपति अपने मनमानी से विश्वविद्यालय को बर्बाद करने पर उतारूं हैं। मैं एक प्रबुद्ध नागरिक होने के विश्वविद्यालय को बर्बाद होते नहीं देख सकता हूं। उन्होंने प्रबुद्ध वर्ग से नैतिक समर्थन में उतरने का आह्वान किया।
इस आंदोलन को समर्थन देने वालों में प्रसिद्ध साहित्यकार देवेंद्र आर्य, छात्र संघ अध्यक्ष अमन यादव, सुधीर कुमार सिंह, विश्वेश राजरत्नम, विमिलेश कुमार सिंह, रणविजय मल्ल, डॉ. अमर सिंह, डॉ. रवींद्र पीएस, डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह, डॉ. विजयश्री मल्ल, प्रकांत सिंह, मारकंडे सिंह मिंटू, अखिलेश सिंह, रमेश सिंह, राजेंद्र सिंह, मनोज कुमार सिंह, जय प्रकाश मल्ल, सपा नेता आनंद कुमार सिंह, शोध छात्र यशवंत सिंह, कमलकांत राव, सुधीर मद्धेशिया, कृतिका सिंह आदि के नाम उल्लेखनीय है।