वाराणसी। आजमगढ़ के खिरिया बाग में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ चल रहे आंदोलन के समर्थन में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता डॉ संदीप पांडेय के नेतृत्व में आज से वाराणसी से आजमगढ़ तक शुरू होने वाली किसान पदयात्रा को सरकार-प्रशासन ने रोक दिया। यात्रा शुरू होने से पहले डॉ संदीप पांडेय और उनके छह साथियों को वाराणसी रेलवे स्टेशन पर हिरासत में ले लिया गया। उन्हें करीब साढ़े छह घंटे हिरासत में रखने के बाद वापस लखनऊ भेज दिया गया।
यह पदयात्रा खिरिया बाग किसान-मजदूर आंदोलन के 75 दिन पूरे होने पर किया गया था। पदयात्रा 24 दिसंबर को वाराणसी कचहरी के पास डॉ आंबेडकर की प्रतिमा से सुबह साढ़े 9 बजे शुरू होने वाली थी। यहाँ से पदयात्रा को चंदवक, लालगंज, निज़ामाबाद होते हुए 27 दिसंबर को खिरिया बाग पहुंचना था जहाँ दोपहर में एक सभा होनी थी। इस पदयात्रा में सोशलिस्ट किसान सभा, पूर्वांचल किसान यूनियन, मज़दूर किसान मोर्चा, राष्ट्रीय विद्यार्थी चेतना परिषद्, जन आंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय के नेता और आमजन शामिल होने थे।
पदयात्रा में शामिल होने डॉ संदीप पांडेय अपने छह साथियों के साथ आज सुबह छह बजे लखनऊ से जैसे ही वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंचे , पुलिस ने हिरासत में ले लिया। संदीप पांडेय और उनके साथियों को बनारस पुलिस द्वारा दोपहर 12:30 तक पुलिस लाइन गेस्ट हाउस में हिरासत में रखा गया और इसके बाद उन्हें पुलिस अभिरक्षा में वापस लखनऊ भेज दिया गया। संदीप पांडेय को हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता पुलिस लाइन पहुँच गए और पदयात्रा को रोकने पर विरोध जताया। दोपहर तक पुलिस लाईन में बनारस के सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा है।