गोरखपुर। स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन ( एसआरबीकेयू ) की आज हुई बैठक में मान्यता के लिए हो रहे ट्रेड यूनियन चुनाव पर चर्चा की गई।
बैठक में कर्मचारियों के द्वारा कहा गया कि इस बार के ट्रेड यूनियन चुनाव में एसआरबीकेयू पहली बार में ही अपना परचम लहराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस जीत की उम्मीद सिर्फ सदस्यों के समर्थन के कारण नहीं, बल्कि नेतृत्व में युवाओं की नई सोच और अनुभवी साथियों के मार्गदर्शन का प्रभावी मिश्रण है। यह वह समय है जब कर्मचारियों का उत्साह चरम पर है और वे बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं, जो उन्हें एसआरबीकेयू के नेतृत्व में दिखता है।
युवाओं के जोश और नई ऊर्जा ने यूनियन को एक नई दिशा दी है। वे न केवल कर्मचारियों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं, बल्कि वे संगठन में पारदर्शिता, प्रौद्योगिकी का समुचित उपयोग और कर्मचारियों के कल्याण के लिए नई योजनाओं पर भी काम कर रहे हैं। युवाओं का यह उत्साह उस अनुभवी नेतृत्व से प्रेरित है, जिसने वर्षों से कर्मचारी आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जोनल अध्यक्ष अमरजीत प्रसाद ने कहा कि अन्य यूनियनों से जुड़े कई कर्मचारी भी अब एसआरबीकेयू का समर्थन करने का मन बना रहे हैं। उनकी यह सोच इसलिए बदल रही है क्योंकि वे देख रहे हैं कि एसआरबीकेयू ने सही मुद्दों को उठाने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का सही समाधान प्रस्तुत किया है। एसआरबीकेयू का युवा नेतृत्व अनुभवी मार्गदर्शन के साथ मिलकर कर्मचारियों की आकांक्षाओं को सही दिशा देने के लिए पूरी तरह सक्षम है।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सिर्फ जीत-हार तक सीमित नहीं है, बल्कि एक नई दिशा, नई सोच और एक नई कर्मचारी नीतियों का प्रारंभ है। एसआरबीकेयू की यह जीत न केवल यूनियन के लिए बल्कि हर उस कर्मचारी के लिए महत्वपूर्ण होगी, जो बदलाव की आस में है। युवा नेतृत्व और अनुभवी साथियों के मार्गदर्शन ने संगठन को मजबूत किया है।
मंडल अध्यक्ष कैलाश विश्वकर्मा ने कहा कि इस चुनाव में एसआरबीकेयू की संभावित जीत कर्मचारियों की उम्मीदों का प्रतीक बनकर उभरेगी और एक नई शुरुआत का संकेत देगी जो भविष्य में कर्मचारी हितों को और मजबूती से सामने रखेगी। कार्यक्रम में सफल बनाने में मुख्य रूप से दिनेश यादव, दीपक यादव, शैलेश कुमार, महेश राज पासी, कर्ण कुमार, रामनिवास आदि उपस्थित थे।