गोरखपुर। दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की ओर से क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह के जन्मदिवस पर चलाए जा रहे ‘स्मृति संकल्प अभियान’ के तहत शहर के भगतसिंह चौराहा व बेतियाहाता स्थित भगतसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभा की गई।
संगठन की सदस्य अंजलि ने कहा कि भगतसिंह और उनके संगठन एचएसआरए का स्पष्ट तौर पर यह मानना था कि गोरे साहबों के जाने के बाद अगर भूरे साहब सत्ता में बैठकर जनता पर डण्डे बरसाते हैं तो इससे आम जनता की ज़िन्दगी में कोई फर्क़ नहीं आने वाला। भगतसिंह ने कहा कि हमारा मक़सद हर तरह की लूट को ख़त्म करना है, चाहे वो एक इंसान द्वारा दूसरे इंसान की लूट हो या एक देश द्वारा दूसरे देश की लूट हो। आज आम जनता बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, आत्महत्या, भुखमरी, महंगी होती शिक्षा आदि से परेशान हैं। लोग जीवन से जुड़ी हुई जरूरी और असली सवालों पर एकजुट होकर लड़ ना सकें, इसके लिए पूरे देश भर में लोगों को जाति-धर्म के नाम पर नफरती ज़हर परोसकर धार्मिक उन्मादी बनाकर आपस में ही लड़ाया जा रहा है। भगतसिंह के दौर में भी अंग्रेजों ने जनता को आपस में लड़ने के लिए फूट डालो और राज करो की नीति को अपनाया था। ऐसे समय में क्रान्तिकारियों की विचारों की रोशनी में आम जनता को इन तमाम समस्याओं के खिलाफ़ एकजुट और लामबन्द करना होगा।
नौजवान भारत सभा के धर्मराज ने कहा कि आज के समय में भगतसिंह को याद करने का मतलब उनके अधूरे सपने को पूरा करने के लिए संघर्ष में उतरना है। आज शहीदे-आज़म के बताए हुए रास्ते पर चलते हुए नौजवानों को झुग्गी-झोपड़ियों, कल-कारख़ानों तक जाना होगा और हर इंसान तक क्रान्ति का संदेश पहुँचाना होगा। व्यापक जनता को संगठित करके भगतसिंह के सपने को साकार करने की लड़ाई में उतरना ही भगतसिंह को याद करने का सही तरीका हो सकता है। सभा में धर्मराज, अम्बरीश, सौम्या, दीपक, अंजलि आदि शामिल हुए।