उरई (जालौन)। संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर 25 नवंबर को भाकपा (माले) और किसान महासभा के तत्वावधान में समथर कस्बा के रामलीला मैदान में में आयोजित सत्याग्रह में किसानों मजदूरों के जीवन की बेहतरी के मुद्दों पर संघर्ष करने तेज करने का आह्वान किया गया।
भाकपा (माले) नेता कृष्ण पाल सिंह गुर्जर की अध्यक्षता में हुए सत्याग्रह को सम्बोधित करते हुए भाकपा माले के बुन्देलखण्ड प्रभारी कॉमरेड रमेश सिंह सेंगर ने कहा कि मोदी -योगी सरकार की कारपोरेट परस्त, साम्प्रदायिक, दमनकारी नीतियों ने समाज के सभी तबकों पर गम्भीर संकट पैदा कर दिया है। मंहगाई और बेरोज़गारी ने जीवन जीना मुश्किल कर दिया है। यह सरकार जनता से भारी टैक्स लेकर देश का खजाना और देश के संसाधनों को अडानी-अम्बानी जैसे अपने मित्र पूंजीपतियों को सौंप रही है। मोदी सरकार विभाजन और नफ़रत की राजनीति को बढ़ाकर समाज की एकता और भाई चारे को तार तार करने में लगी है। इतना ही नहीं यह सरकार अपनी तानाशाही थोपकर संविधान और लोकतंत्र को खत्म करने तथा मनुस्मृति को थोपने पर आमादा है।
कॉमरेड सेंगर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी का बुल्डोजर राज पुलिस राज में तब्दील हो गया है। बुल्डोजर राज दमन और आतंक का पर्याय बन गया है। प्रदेश भर में गरीबों के घर उजाड़े जा रहे हैं और नौजवानों के पैरों में गोली मारकर उन्हें लंगड़ा किया जा रहा है। महिला हिंसा के मामले में उत्तरप्रदेश देश में सबसे आगे चल रहा है क्योंकि यहां बलात्कारियों को माला पहनाकर उनका मनोबल बढ़ाया जा रहा है। समथर में न्याय की लड़ाई लड़ने वाले हमारी पार्टी के लोकप्रिय नेता के पी सिंह के ऊपर जान लेवा हमला कराया गया ताकि गरीबों की आवाज को कुचल दिया जाए। उन्होंने पुलिस भूमाफिया गठजोड़ की उच्च स्तरीय जांच कराने तथा किसान नेता पुरुषोत्तम कुशवाहा की पुस्तैनी जमीन पर भूमाफियाओं के हस्तक्षेप पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने संविधान निर्माता बाबा साहेब अम्बेडकर और शहीद-ए-आजम भगतसिंह के रास्ते पर चलकर देश और संविधान को बचाने का आवाहन किया।
पार्टी की राज्य कमेटी के सदस्य राजीव कुशवाहा ने किसानों के क़र्ज़ माफ करने, एम एस पी का कानून बनाकर उनकी आमदनी दोगुनी करने की मांग उठाई।
ऐक्टू के राष्ट्रीय पार्षद चौधरी राम सिंह ने कहा कि मोदी -योगी सरकार ने मजदूरों के सभी श्रम कानून खत्म करके जंगल राज कायम कर दिया है।
सभा का संचालन करते हुए कॉमरेड के पी सिंह ने कहा कि पुलिस अपराधी गठजोड़ से आम जनता में गहरा आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि लाल झंडा बदलाव का प्रतीक है। हमारे ऊपर चाहे कितने भी हमले किए जाएं लेकिन हमारी पार्टी लूट और दमन के खिलाफ अपनी आवाज बंद करने वाली नहीं है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
किसान नेता पुरुषोत्तम कुशवाहा ने राजगल्ला मंडी में धान की खरीद में आढ़तियों द्वारा किसानों की मनमानी लूट की कड़ी आलोचना करते हुए उस पर रोक लगाने तथा धान की सरकारी खरीद करने,खाद बीज उपलब्ध कराने तथा किसानों- मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा के लिए 5000/- प्रति माह पेंशन देने की मांग की।
इस मौके पर 9 सूत्रीय दो ज्ञापन दिए गए। ज्ञापन में मनरेगा में वर्ष में दो सौ दिन काम देने तथा छह सौ रुपए दैनिक मजदूरी घोषित करने, अन्ना जानवरों पर रोक लगाने, मंहगाई रोकने और काला बाजारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, पल्लेदार मजदूरों के लिए विश्राम गृह बनाने की मांग की गई है।
सत्याग्रह में ओमप्रकाश जाटव, महेश जाटव, रमेश जाटव, विमला देवी, संजय कुमार, भूरी, पुष्पा, मालती, कमला, बृजमोहन कुशवाहा, गोविंद सिंह, चन्द्र पाल देव सिंह अहिरवार, बीर सिंह गोली, अवधेश गोली, बीरु यादव समेत भारी संख्या में लोग शामिल थे।