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संभल हिंसा की जांच की मांग को लेकर भाकपा (माले ) ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया , ज्ञापन दिया

गोरखपुर। भाकपा माले ने आज संभल में हिंसा को राज्य प्रायोजित बताते हुए इसकी सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने, जांच के दायरे में एसपी, डीएम को लाने, तत्काल शान्ति व्यवस्था बहाल करने और अजमेर शरीफ के बहाने पूरे देश को सांप्रदायिक दंगे में झोंकने की साजिश के खिलाफ शनिवार को डीएम करेले पर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासं को दिया।

 प्रदर्शन के बाद हूई सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले राज्य स्थाई समिति के सदस्य राजेश साहनी ने कहा कि संभल की घटना पूरी तरह राज्य प्रायोजित है। एक ही  दिन मे केस दाखिल करते हुए विना प्रतिवादी को सुने दो घंटे बाद फैसला आ गया और उसके तुरंत बाद फैसले को लागू करने टीम पहुँच गई। एक बार सर्वे होने के बाद दूसरी बार सर्वे किया गया और माहौल को खराब करने के उद्देश्य से नारा लगाते हुए सर्वे टीम पहुंची। सब कुछ पूर्व नियोजित था।

माले जिला सचिव राकेश सिंह कहा कि यह सरकार बिजली को निजी हाथों दे रहीं है। रोडवेज डिपो को बेचा जा रहा है। चिकित्सा व्यवस्था की हालत झांसी मेडिकल कॉलेज में शिशुओं की मौत की घटना से जाना जा सकता है। बेरोज़गारी से परेशान युवक आत्महत्या कर रहे हैं। भाजपा की डबल इंजन की सरकार हर मोर्चे पर प्रदेश और देश में फेल है। अपनी असफलता से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मोदी-योगी सरकार देश को नफरत की आग में झोंकना चाहती हैं जिसे होने नहीं दिया जाएगा।

प्रदर्शन को खेग्रामस की राष्ट्रीय पार्षद मनोरमा चौहान, माले जिला कमेटी सदस्य जगदम्बा  इंकलाबी नौजवान सभा की राज्य उपाध्यक्ष राधा गौड़, गुड़िया चौहान, संगीता भारती, दीनदयाल यादव  ने भी संबोधित किया। संचालन जिला कार्यालय सचिव हरिद्वार प्रसाद ने किया।

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