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मान्यता प्राप्त यूनियन के चुनाव में एनई रेलवे मेंस कांफ्रेस की बड़ी विजय

गोरखपुर। पूर्वोत्तर रेलवे में कर्मचारी यूनियन की मान्यता के चुनाव में एनई रेलवे मेंस कांफ्रेस को बड़ी विजय मिली है  इस संगठन को पहली बार मान्यता प्राप्त हुई है। इसे चुनाव में 46.33 फीसदी यानि 17388 मत मिले।

पिछले 55 वर्ष से मान्यता प्राप्त यूनियन रही एनई रेलवे मजदूर यूनियन (एनईआरएमयू ) को इस चुनाव में करारा झटका लगा है। नरमू 8418 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रही। पूर्वोतर रेलवे कर्मचारी संघ (पीआरकेएस) को 5781, पूर्वोतर रेलवे श्रमिक संघ (पीआरएसएस) को 3643, पूर्वोतर रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन (एसआरबीकेयू)को 1995 और पूर्वोत्तर रेलवे कार्मिक यूनियन (पीकेयू ) को 303 मत मिले।

मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए 4, 5 व 6 दिसम्बर को वोट डाले गए थे। कुल 44983 मतदाताओं में से 37528 ने मतदान किया। इसमें 241 मत अवैध पाए गए।

 

पूर्वोत्तर रेलवे में मान्यता प्राप्त यूनियन के लिए 11 वर्ष बाद चुनाव हुए थे। मान्यता पाने के लिए कुल मतों का 35 फीसदी या डाले गए मतों का 30 फीसदी पाना जरूरी होता है। डाले गए मतों का 30 फीसदी या उससे अधिक पाने वाले एक या कई संगठनों को मान्यता मिल सकती है।

मान्यता प्राप्त यूनियन को आधिकारिक बैठकों में शामिल होने का अधिकार होता है। उसे कार्यालय मिलता है।

पीआरकेएस से अलग होकर रेल कर्मचारी नेता सुभाष दूबे ने एनई रेलवे मेंस कांफ्रेस का गठन किया था। श्री दूबे इसके संरक्षक हैं।

एनई रेलवे मेंस कांफ्रेस को चुनाव में आाल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन सहित कई संगठनों ने समर्थन दिया था।

एनईआरएमएस ने चुनाव में सभी रेल कर्मियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम, रेलवे के निजीकरण को प्रमुख मुद्दा बनाया था।

चुनाव परिणाम आने के बाद एनई रेलवे मेंस कांफ्रेस और उसको समर्थन देने वाले संगठनों ने जुलूस निकालकर खुशी का इजहार किया।

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