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वंचित वर्ग के बच्चों के लिए गली बड्डी खेल स्पर्धा आज से

गोरखपुर। स्वयंसेवी संस्था सेफ सोसाइटी ने गली बड्डी नामक खेल स्पर्धा की पहल की है। इसका उद्देश्य समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को खेलों के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करना और उनकी रूचि को खेल का मैदान प्रदान करना है जहां से उनकी सशक्त दशा और दिशा तय हो सके। इसी कड़ी में 12 अप्रैल 2025 को मनाए जाने वाले अन्तराष्ट्रीय स्ट्रीट चिल्ड्रेन डे के उपलक्ष्य में इस वर्ष भी तीन दिवसीय राज्य स्तरीय स्पर्धाओं के आयोजन हो रहे हैं। इसी क्रम में दस अप्रैल की शाम को खिलाड़ियों के सम्मान में रिजनल स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित रात्रि भोज के साथ ही इस प्रतिस्पर्धा का आगाज हो चुका है। ग्यारह अप्रैल को इस आयोजन का शुभारंभ होगा और बारह अप्रैल को शाम चार बजे से इसका समापन किया जाएगा।

यह जानकारी सेफ सोसाइटी संस्था के निदेशक विश्व वैभव शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय प्रतिस्पर्धा में प्रदेश के तेरह जिलों के करीब 400 बच्चे हिस्सा ले रहे हैं। इनमें वंचित समुदाय के बच्चों के साथ साथ स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। आयोजन के आगाज में दस अप्रैल की शाम को बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं और उनके सम्मान में रात्रि भोज हुआ। इस प्रतियोगिता में दस से अठारह वर्ष तक के बच्चे प्रतिभाग कर रहे हैं, जिनमें पड़ोसी देश नेपाल के वंचित बच्चों की टीम भी शामिल है। प्रतिस्पर्धा के दौरान बिना किसी लिंगभेद के लड़के और लड़कियों को कुश्ती, दौड़, खो खो, कबड्डी और फुटबॉल में प्रतिभाग का मौका दिया जा रहा है। प्रत्येक खेल स्पर्धा में चार चार टीमें अपने अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे और बारह अप्रैल को फाइनल प्रतिस्पर्धा होगी। श्री शर्मा ने बताया कि बारह अप्रैल की शाम को पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

सेफ सोसाइटी के निदेशक विश्व वैभव शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष से गली बड्डी खेल प्रतिस्पर्धा की शुरूआत की गई थी। गत वर्ष करीब 225 बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया था और अद्भुत प्रदर्शन करते हुए संसाधनों से लैस स्कूली बच्चों को पीछे छोड़ते नजर आए। इससे वंचित समाज के बच्चों का उत्साह बढ़ा है और बेहतर परिणाम को देखते हुए इस वर्ष आयोजन के दायरे को बढ़ाया गया है।

श्री शर्मा ने बताया कि सेफ सोसाइटी एक गैर लाभकारी संगठन है जो वर्ष 2005 से उत्तर प्रदेश और बिहार में बाल संरक्षण के मुद्दों पर काम कर रही है। वर्तमान में यह संस्था देश के ग्यारह राज्यों में बाल संरक्षण, नेतृत्व विकास, खेल प्रोत्साहन, महिला सशक्तीकरण, टिकाऊ कृषि, वित्तीय साक्षरता और सामुदायिक स्वास्थ्य जैसे कार्यक्रम संचालित कर रही है। इसी कड़ी में पिछले वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर बीस नवम्बर को समागम 2024 का भी आयोजन किया गया था, जिसमें सरकार, स्वयंसेवी संस्थाओं और कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) के प्रतिनिधियों ने एक साथ एक मंच पर बैठ कर ग्राम पंचायत विकास योजना में बाल अधिकार संरक्षण एवं खेलों के जरिये बच्चों और युवाओं के चतुर्दिक विकास के मुद्दे पर रणनीति बनाई।