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बिछिया और कतरनिया गेरुआ पार की ग्राम स्तरीय वन अधिकार समिति का पुनर्गठन

बहराइच। ग्राम पंचायत आम्बा के ग्राम सभा सदस्यों की खुली बैठक 23 अप्रैल को पंचायत भवन परिसर में हुई। बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान इकरार अंसारी ने की।

बैठक में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जान गंवाने वाले पर्यटकों के आत्मा की शांति के लिए मौन रहकर प्रार्थना की गई।
मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता जंग हिंदुस्तानी ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवन चरित्र और शिक्षा के ऊपर विस्तार से बताते हुए लोगों को बाबा साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने की अपील की।

इसके बाद अध्यक्ष इकरार अंसारी ने खुली बैठक के विचारणीय बिंदु पर बोलते हुए कहा कि आज की यह बैठक ग्राम पंचायत से निकटवर्ती बिछिया तथा कतरनिया गेरुआ पार पर वन भूमि पर बसे दोनों गांवों के वन अधिकार कानून के तहत मान्यता और सत्यापन के लिए ग्राम स्तरीय वन अधिकार समिति का पुनर्गठन किये जाने हेतु बुलाई गई है।

सचिव सुशील कुमार सिंह‌ ने बताया कि प्रशासन की मंशा के अनुसार पूर्व में गठित ग्राम स्तरीय वन अधिकार समितियां वनग्राम वार बनाई गई थीं और उनके द्वारा दावा सत्यापन का भी कार्य किया गया था। अब उन समितियों के स्थान पर नए सिरे से समिति का गठन किया जाएगा।

इस दौरान ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा रही । बैठक की देखरेख के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी उमेश यादव (एडीओ,कोआपरेटिव ) ने बताया कि जन जागरूकता के चलते बैठक का कोरम पूरा रहा। कतरनियाघाट गेरुआ पार की कमेटी में 11 सदस्य नामित हुए और बिछिया बाजार की कमेटी में राजस्व गांव आंबा से 15 सदस्य चुने गए। दोनो ग्राम स्तरीय वन अधिकार समितियों में 50% महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई। इसकी अतिरिक्त इन समितियों में समाज के सभी वर्गों को उचित स्थान दिया गया है।

इसी सप्ताह के अंदर ग्राम स्तरीय वन अधिकार समितियां आपसी विचार विमर्श के बाद नए अध्यक्ष और सचिव का चुनाव करेंगी। सेवार्थ फाउंडेशन ट्रस्ट के सचिव राम समुझ मौर्य ने कहा कि अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में ग्राम स्तरीय वन अधिकार समितियों का एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा ताकि समिति के सदस्यों को वन अधिकार कानून 2006 के प्रति जागरुक बनाया जाए।

ग्राम पंचायत सचिव सुशील कुमार सिंह ने उपस्थित समस्त ग्रामीणों, हितग्राहियों और चयनित सदस्यों को बैठक में अपनी शानदार उपस्थिति दर्ज कराने के लिए शुभकामनाएं और बधाई दी तथा आगंतुक अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

बैठक की समाप्ति संविधान की उद्देशिका का पाठ करने के बाद की गई।

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