‘ ब्राह्मणों को दुश्मन मानते हैं भाजपा के राष्टीय अध्यक्ष अमित शाह ‘
‘मुरली मनोहर जोशी को रिटायर किया, लक्ष्मीकांत वाजपेयी को हटाया, ब्राहमण द्रोही को भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया’
बसपा का सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय भाई-चारा कार्यकर्ता सम्मेलन
महादेवा बाजार (गोरखपुर), 25 सितम्बर। बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा है कि भाजपा और सपा ने ब्राह्मणों को अपमानित करने का कार्य किया है जबकि बसपा ने ब्राह्मणों को मान-सम्मान दिया और सत्ता में भागीदारी दी। इसलिए ब्राह्मण समाज बसपा के साथ पूरी ताकत से एकजुट रहेगा और बहन मायावती को पांचवी बार मुख्यमंत्री बनाएगा।
श्री मिश्र आज खजनी विधानसभा क्षेत्र के महदेवा बाजार में बढ़यापार इंटर कालेज में सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय भाई-चारा कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस सम्मेलन के साथ यूपी विधानसभा चुनाव के लिए बसपा से ब्राह्मणों को 2007 की तरह फिर से जोड़ने के लिए अपने अभियान की शुरूआत की।
करीब आधे घंटे के सम्बोधन में उन्होंने सबसे पहले 2005 में लखनउ में हुए ब्राह्मणों के विशाल सम्मेलन को याद किया और कहा कि सम्मेलन में हमने बहन मायावती को गणेश की प्रतिमा भेंट की थी तब उन्होंने कहा था कि हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा विष्णु महेश है। उन्होंने वादा किया था कि सरकार बनने पर वह सभी समाज को सत्ता में भागीदारी देंगी और उन्होंने अपना वादा पूरा किया। प्रदेश में ब्राह्मण 14 फीसदी है जबकि दलित 24 फीसदी। जब दोनों जुड़े तो 2007 के चुनाव में यूपी विधानसभा में
40 ब्राह्मण जीत कर आए तो प्रदेश की 62 सुरक्षित सीटों पर बसपा को जीत मिली जबकि इसके पहले केवल 16 सीटों पर जीत मिली थी। बसपा की सरकार बनने पर
15 से अधिक ब्राह्मण विधायक मंत्री बने और 30 से अधिक विधायकों को मंत्री का दर्जा मिला। मुख्य सचिव, डीजीपी से लेकर महत्वपूर्ण पदों पर ब्राह्मण समाज को भागीदारी मिली। बहन जी ने पूरे प्रदेश में एक हजार से अधिक अधिवक्ताओं का सरकारी वकील बनाया। मुझे तीन बार राज्यसभा में भेजा। एक दर्जन से अधिक ब्राह्मण नेताओं को राज्य सभा और लोकसभा में भेजा।
उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए उसे ब्राह्मणों का दुश्मन करार दिया। श्री मिश्र ने कहा कि भाजपा और सपा लगातार ब्राह्मणों को अपमानित कर रही है। भाजपा ने मुरली मनोहर जोशी को रिटायर कर दिया। कलराज मिश्र विधानसभा चुनाव के कारण रिटायर होने से बच गए। लक्ष्मीकांत वाजपेयी को प्रदेश अध्यक्ष से हटाकर एक ब्राह्मण द्रोही को भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष बना दिया। सतीश चन्द्र मिश्र ने कहा कि ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अमित शाह ब्राह्मण समाज को दुश्मन मानते हैं और वह ब्राह्मण नेताओं को नीचा दिखा रहे हैं, ठिकाने लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौजवानों को रोजगार देने, काला धन वापस लाने, महंगाई कम करने, किसानों की मदद करने का वादा किया था लेकिन एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। हर सामान दोगुना से तीन गुना हो गया है। पढ़ाई, दवाई, न्याय महंगा हो गया क्योंकि इसका बजट कम कर दिया गया। बड़े पूंजीपतियों का एक लाख दस हजार करोड़ रूपया माफ कर दिया गया लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ। केन्द्र सरकार को नरेन्द्र मोदी नहीं बड़े उद्योगपति चला रहे हैं।
सपा सरकार पर उन्होंने अपराध और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आगरा-लखनउ एक्सप्रेस वे में एक किलोमीटर की सड़क पर 100 करोड़ रूपया खर्च किया जा रहा है जबकि इतने पैसे में तो एक किलोमीटर सड़क पर सोने की परत चढ़ाई जा सकती है। उन्होंने एक्सप्रेस वे, खनन में भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने ब्राह्मण मंत्रियों मनोज पांडेय, राजराम पांडेय को ब्राह्मण होने के नाते बर्खास्त किया जबकि दूसरी जाति के कई मंत्रियों को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप होने के बाद भी हटाने के बाद वापस लिया।
उन्होंने ब्राह्मणों का आह्वान किया कि वे आपसी मतभेद दूर कर एकजुट हों और बसपा के साथ पूरी ताकत से जुड़ें। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज 2012 के चुनाव में थोड़ा ढीला पड़ गया जिसके कारण अधिक वोट पाने के बावजूद बसपा की सरकार नहीं बन पाई। इस बार ब्राह्मण समाज बहन मायावती को 2007 के मुकाबले और अधिक बहुमत से जिताएगा और उन्हें मुख्यमत्री बनाएगा।
सभा में पूर्व मंत्री नकुल दूबे, सदल प्रसाद, विधान परिषद के पूर्व सभापित एवं पनियरा से बसपा के प्रत्याशी गणेश शंकर पांडेय, चिल्लूपार से बसपा प्रत्याशी विनय शंकर तिवारी, विधायक एवं सहजनवा के प्रत्याशी जी एम सिंह, गोरखपुर ग्रामीण से बसपा प्रत्याशी राजेश पांडेय, बसपा नेता श्रवण कुमार निराला आदि उपस्थित थे। बसपा के भाईचारा कमेटी के जोनल कोआर्डिनेटर एवं पूर्व सांसद कुशल तिवारी ने स्वागत भाषण किया।