खड्डा विधान सभा क्षेत्र
रमाशंकर चौधरी
नेबुआ नौरंगिया (कुशीनगर), 11 फरवरी। खड्डा विधानसभा क्षेत्र में सभी प्रमुख दलों को भितरघात का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा को तो खुली बगावत का सामना करना पड़ रहा है। इससे सभी दलों का समीकरण बिगाड़ दिया है।
वर्ष 2012 के चुनाव में सामान्य सीट के रूप में अस्तित्व में आई खड्डा विधानसभा पूर्व में नौरंगिया सुरक्षित सीट के रूप में जानी जाती थी। सामान्य होने के नाते इस सीट से चुनाव लड़ने की चाहत रखने वालो की सभी दलों में भरमार रही। अब तक इस सीट से जीत को तरस रही बसपा ने काफी दिनों पहले अपने उम्मीदवार के रूप में विजय कुशवाहा को मैदान में उतार दिया वहीँ अन्य पार्टिओ में टिकट को लेकर मारामारी जारी रही।
सपा ने पिछले विधानसभा चुनाव के रनर रहे नथुनी कुशवाहा का टिकट काट वर्ष 2012 का चुनाव पडरौना विधानसभा से लड़ चुके पूर्व सांसद बालेश्वर यादव के पुत्र बिजेंद्र पाल यादव को थमा दिया जिसकी प्रतिक्रिया फ़िलहाल तो उनके तरफ से अभी नहीं मिली है परंतु उनके समर्थकों के रोष को अनदेखा करना मुश्किल होगा। पिछले चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुकी पीस पार्टी ने यहाँ से लगातार क्षेत्र भ्रमण कर रहे धनञ्जय सिँह पहलवान का टिकट काट अपने प्रदेश महासचिव किशोर यादव को थमा दिया जिससे नाराज पहलवान रालोद से ताल ठोक रहे हैं। सर्वाधिक भ्रम की स्थिति भाजपा में रही जहां टिकट की लाइन में दर्जनों लोग लगे रहे । पिछले चुनाव में कांग्रेस के सिम्बल से चुनाव जीत सदन पहुंचे विधायक विजय दुबे ने टिकट के आस में विधान परिषद् चुनाव में क्रास वोट किया। इनमा में भाजपा की सदस्यता मिली और टिकट का आश्वासन। हालांकि एन वक्त भाजपा ने अपने सभी क्षेत्रीय दावेदारो को नकारते हुए गोरखपुर जिले के जटाशंकर त्रिपाठी को टिकट थमा दिया।
जटाशंकर ने स्वराज पार्टी बनाई थी और 2012 का चुनाव उसी से गोरखपुर ग्रामीण से लड़े थे। इसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए। उनको यहाँ से टिकट मिलने पर भाजपा के अन्य दावेदारो में नाराजगी है। विधायक ने तो खुला विरोध करते हुए निर्दल चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दिया है। हिन्दू युवा वाहिनी के अजय गोविंद राव शिशु भी चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा के असंतुष्ट नेता भ आज बैठक कर अपने निर्णय का एलन करेंगे। इससे यहाँ का चुनाव दिलचस्प हो गया है।