गोरखपुर, 14 फरवरी। पत्नी सारा सिंह की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पूर्व मंत्री अमर मणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने अपने नामांकन पत्र के साथ दिए गए हलफनामे में पत्नी सारा सिंह का जिक्र नहीं किया है। पत्नी के कालम के आगे उन्होंने क्रास का निशान बनाया है। यह दर्शाता है कि वह विवाहित नहीं हैं। हलफनामे में इसको लेकर नया विवाद खड़ा हो सकता है।
अमन मणि त्रिपाठी ने 13 फरवरी को जेल से आकर नौतनवा विधानसभा क्षेत्र से निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया।
नामांकन पत्र के साथ दाखिल किए जाने वाले हलफनामे में जहां-जहां पत्नी और उसके नाम सम्पत्ति का कालम है, वहां अमनमणि ने क्रास का निशान बनाया है। क्रास का निशान यह दर्शाता है कि वह शादीशुदा नहीं हैं और पत्नी के नाम कोई सम्पत्ति भी नहीं है।
अमनमणि ने वर्ष 2012 के चुनाव में दाखिल हलफनामे में भी वैवाहिक स्थित दर्शाने वाले कालम में क्रास का निशान बनाया था। उस वक्त अमनमणि अविवाहित थे।
अमनमणि और सारा सिंह ने जुलाई 2013 में लखनऊ के आर्य मन्दिर में शादी की थी। दो वर्ष बाद 9 जलाई 2015 को फिरोजाबाद में संदिग्ध कार दुर्घटना में सारा सिंह की मौत हो गई थी। अमन मणि का कहना था कि वह सारा के साथ कार से दिल्ली जा रहे थे कि एक लड़की को बचाने में कार अनियंत्रित होकर पलट गई और इस एक्सीडेंट में सारा की मौत हो गई। सारा सिंह की मां सीमा सिंह ने अमन मणि पर सारा सिंह की हत्या करने और उसकी मौत को दुर्घटना का रूप देने का आरोप लगाया था। उनका यह भी आरोप था कि सारा सिंह को यातना देकर मारा गया था। उनकी मांग पर राज्य सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। सीबीआई ने नवम्बर 2016 को अमन मणि त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया। तबसे वह गाजियाबाद की डासना जेल में हैं। हाईकोर्ट की अनुमति से वह 13 फरवरी को नामांकन करने आए थे।
कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार अमनमणि त्रिपाठी को हलफनामे में पत्नी के नाम का जिक्र उन्हें दिवंगत बताते हुए करना चाहिए था।