गोरखपुर, 26 जून। मुकद्दस रमजान महीने का 29 रोजा मुकम्मल होने के बाद हर किसी की नजरें चांद के दीदार पर लगी थीं। आसमान साफ था। लिहाजा चांद का दीदार सभी ने अपनी आंखों से किया। शाम को सबकी नजर नार्मल स्थित आस्ताना हजरत मुबारक खां शहीद रह. व उर्दू बाजार के शाही जामा मस्जिद की ओर लग गई, जहां से चांद का ऐलान हुआ।
आस्ताना से तंजीम उलेमा-ए-अहले सुन्नत के मुफ्ती अख्तर हुसैन, मुफ्ती मोहम्मद अजहर शम्सी, मौलाना मकसूद आलम मिस्बाही, मौलाना मोहम्मद अहमद , कारी शराफत हुसैन कादरी, मौलाना शम्सुद्दीन, कारी मोहसिन रजा, कारी नियाज अहमद ने चांद दिखने की तस्दीक की। उर्दू बाजार स्थित शाही जामा मस्जिद से भी चांद का ऐलान हुआ और डंका बजा। चौराहों पर पटाखें फोड़े गये। तस्दीक का डंके के साथ ऐलान हुआ और लोगों के चेहरे खिल उठे।
ईद सोमवार को है, इस जानकारी ने रोजेदारों का उत्साह दोगुना कर दिया। मस्जिदों के बाहर पटाखे की आवाज गूंजने लगी। रमजान के आखिरी दिन अल्लाह की खुशी के लिए रखे गए रोजे के बाद रोजेदारों ने ईद के चांद को सलाम किया और इसके साथ ही रहमत और बरकत के महीने रमजान का 29 रोजे का सफर पूरा हुआ। उसके बाद गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देने का जो सिलसिला चहुंओर शुरू हुआ और वो देर रात तक चलता रहा। लोग जकात और फित्र की रकम अदा करने की रवायत पूरी कर अल्लाह को खुश करते नजर आए।
–बाजारों में उमड़ा खरीदारों का हुजूम
शहर के बाजारों में भीड़ अचानक बढ़ गई। शाहमारूफ, रेतीचौक, खूनीपुर, घंटाघर, नखास चौक, जाफराबाजार, बक्शीपुर, रसूलपुर, गोरखनाथ, इस्माइलपुर सहित शहर के कई इलाकों में खरीदारों का हुजूम उमड़ पड़ा। इन बाजारों में एक-एक कदम बढ़ाना मुश्किल हो गया। हर कोई ईद को लेकर अपनी बची खरीदारी पूरी कर लेना चाह रहा था।
किसी को सेंवई खरीदने की जल्दी थी तो कोई मेवे की खरीदारी में लगा था। महिलाएं भी घरों से निकल पड़ी, जिसके चलते मेंहदी, चूड़ी, पर्स और मेकअप की दुकानों पर भीड़ को काबू करना मुश्किल होता नजर आया। उधर पुरुष इत्र, टोपी, बेल्ट और पर्स जैसे सामान खरीद कर अपनी जरूरत पूरी कर लेने की जल्दी में रहे। चाहे स्थायी दुकानदार हो या फिर अस्थाई, सभी बेहद व्यस्त थे और सामान खरीदारों तक पहुंचाने की जद्दोजहद में थे। मीट और चिकेन की दुकानों पर भी खरीदारों का हुजूम उमड़ा दिखा। देर रात तक इन दुकानों पर लोग कतार में लगे नजर आए। भीड़ को देखते हुए रेती चौक और जाफरा बाजार को वन-वे कर दिया गया था। देर रात तक शहर की सड़कों पर चहल-पहल बनी रही।