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कुलपति के खिलाफ गुआक्टा का विश्वविद्यालय में जोरदार प्रदर्शन, चार मई को फिर घेरेंगे

गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ (गुआक्टा) ने महाविद्यालयी शिक्षकों के समस्याओं को लेकर 30 अप्रैल को विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन किया। गोरखपुर के अलावा कुशीनगर, देवरिया से आए 300 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रशासनिक भवन पर एकजुट होकर जोरदार नारेबाजी की। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पूरे विश्वविद्यालय परिसर मे जूलूस निकाल कर कुलपति खिलाफ प्रदर्शन किया। गुआक्टा ने चार मई को फिर कुलपति का घेराव करने की घोषणा की है।

गुआक्टा के आवाह्नन पर 30 अप्रैल को 11  बजे बड़ी संख्या में महाविद्यालयों के शिक्षक विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर एकत्र हुए और एक घण्टे तक कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इसके बाद अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम  “जहां कहीं भी मिलेंगे कुलपति का घेराव करेंगे ” के तहत गाँधी टोपी लगाकर पूरे विश्वविद्यालय परिसर मे जूलूस निकाल कर कुलपति खिलाफ प्रदर्शन किया। गुआक्टा ने गोरखपुर की जनता, जनप्रतिनिधियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों को कुलपति के कृत्यों से अवगत कराते हुए कुलपति उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

पूरे परिसर मे विरोध जताने के बाद शिक्षक, पुनः प्रशासनिक भवन पर एकत्र होकर सभी प्रवेशद्वारों पर घेराव शुरु कर दिया। लगभग पाँच घण्टे तक चले घेराव में शिक्षको के मान मनौव्वल में अधिकारियों के पसीने छूट गये। साढे़ चार वजे यह निर्णय हुआ कि आगामी 4 मई को पुनः कुलपति का घेराव किया जाएगा और माँगे नही माने जाने पर बीस मई से प्रस्तावित द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाओ तथा मूल्यांकन कार्य का पूरी तरह वहिष्कार किया जाएगा।

प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने कहा कि गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति निरंकुश हो गए हैं। महाविद्यालयों के शिक्षको के की तमाम मांगों को वे अनदेखा कर रहे हैं। स्ववित्तपोषित एवं वित्त पोषित शिक्षकों का शोषण हो रहा है। कई वर्षों का मूल्यांकन पारिश्रमिक भुगतान बाकी है। यूजीसी के नियमों की  मनमानी व्याख्या कर निर्णय लिए जा रहे हैं। कबीर छात्रावास के पास की विश्वविद्यालय की जमीन को जिला प्रशासन को सौंप दिया गया है। परीक्षा की शुचिता और पवित्रता से खिलवाड़ किया जा रहा है।

आज के घेराव और प्रदर्शन कार्यक्रम में गुआक्टा अध्यक्ष डॉ केडी तिवारी, महामंत्री डॉ धीरेंद्र प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष डॉ सीमा त्रिपाठी ,संयुक्त मंत्री अनूप श्रीवास्तव ,लोकेश त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष डॉ श्रीश मणि त्रिपाठी, डॉ विनय रावत, डॉ अरुण कुमार त्रिपाठी, डॉ अजय कुमार मिश्र, डाँ बीपी उपाध्याय, डॉक्टर बीपी पांडे, तीनों जिलों के जिला स्तरीय पदाधिकारी- डॉक्टर आमोद राय, निरंकार त्रिपाठी, डॉ राकेश सिंह, डॉ राम अवतार शर्मा, डा वी.के रावत, डॉ वाचस्पति द्विवेदी, डॉक्टर शैलेंद्र राव, डॉक्टर समरेंद्र शर्मा , डॉ राकेश पांडे आदि बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।

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