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बलिया में पत्रकारों की गिरफ़्तारी के खिलाफ देवरिया में पत्रकारों का प्रदर्शन

देवरिया। बलिया में बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर लिखने वाले तीन पत्रकारों की गिरफ़्तारी के विरोध में पाँच अप्रैल को देवरिया जिले के पत्रकारों प्रदर्शन किया। पत्रकारों का जुलूस कलेक्ट्रेट से शुरू होकर सुभाष चौक तक और फिर वहां से बलिया जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। पत्रकारों ने जिलाधिकारी देवरिया को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जिसमें बलिया के डीएम को बर्खास्त करने की मांग की गई है।

पत्रकार एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता एनडी देहाती ने कहा कि बलिया में नकल माफियाओं का जिला प्रशासन से सांठ-गांठ है। संस्कृत और अंग्रेजी का पेपर लीक होकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया लेकिन जिला प्रशासन ने नकल माफियाओं पर नकेल कसने की बजाय अखबारों में इसका खुलासा करने वाले पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

नेशनल प्रेस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विपुल तिवारी ने कहा कि बलिया के तीन पत्रकारों अजित ओझा , दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता ने अपने अखबार में खबर प्रकाशित कर जिला प्रशासन की कलई खोल दिया। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।

पत्रकार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह ने कहा कि जिलाधिकारी बलिया अपने पद का दुरुपयोग करते हुए निर्दोष पत्रकारों को फर्जी मुकदमे में जेल भेज कर पत्रकारों में सच्चाई लिखने से परहेज़ करने का भय पैदा कर रहे हैं।

पत्रकार एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक सत्य प्रकाश पाण्डेय एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया ने कहा कि बलिया में लोकतंत्र की हत्या हुई है। अखबार की खबर से बलिया जिला प्रशासन की प्रदेश स्तर पर हो रही किरकिरी से बचने के लिए जिलाधिकारी बलिया ने खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे वाली कहावत को चरितार्थ किया है। दिलीप कुमार मल्ल,सीपी शुक्ला, वरूण मिश्रा, गोविंद मिश्रा, पुनित पाण्डेय, मकसूद अहमद भोपतपुरी, सुभाष मिश्रा, विरेन्द्र पाण्डेय, शैलेश उपाध्याय व करन यादव ने कहा कि नकल माफियाओं और जिला प्रशासन बलिया की सांठ-गांठ की उच्चस्तरीय जांच हो। लापरवाह और निक्कमे जिलाधिकारी बलिया को बर्खास्त किया जाए।

पत्रकार दीपक दीक्षित, मोहित शुक्ला, फैज़ खान, दिलीप भारती, सोनू, विनोद यादव, अग्रसेन विश्वकर्मा, मनीष मिश्रा, भगवान उपाध्याय, रामभरोसा चौरसिया ने कहा कि बलिया के जिलाधिकारी की अवैध सम्पत्ति की जांच हो और पेपर लीक मामले की उच्चस्तरीय जांच होने तक उन्हें जेल भेज दिया जाए।

पत्रकार समन्वय समिति के संस्थापक अध्यक्ष सरदार दिलावर सिंह,कमल पटेल, प्रेम यादव, ने कहा कि बलिया में निर्दोष पत्रकारों के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेजे जाने की घटना निंदनीय है और इसकी कटु आलोचना करता हूं।

बलिया के उत्पीड़ित पत्रकारों के समर्थन में जिलाधिकारी देवरिया कार्यालय पर वरिष्ठ पत्रकार रमाशंकर राव,केपी गुप्ता, डॉ अजय बरनवाल, श्याम नारायण मिश्रा, पवन पाण्डेय, डॉ वीवी तिवारी, चंद्रकेश चौरसिया, सिद्धेश्वर तिवारी, मिथिलेश कुमार, राजेश कुमार तिवारी, अंकित वर्मा, प्रमोद गुप्ता, राकेश त्रिपाठी,जवाहर लाल गुप्ता, रामनाथ विद्रोही, राघवेंद्र पाण्डेय सहित सैकड़ों पत्रकार प्रदर्शन में शामिल हुए।

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