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शिक्षक संघ अध्यक्ष ने कोरोना से दिवंगत शिक्षकों को अनुग्रह राशि नहीं दिए जाने पर सवाल उठाए

कुलपति को लिखा पत्र, एक सप्ताह में चुनाव अधिकारी नियुक्त नहीं होने पर इस्तीफा देने की धमकी दी

गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह ने कुलपति को पत्र लिखकर शिक्षक संघ चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर यदि चुनाव अधिकारी नियुक्त नहीं किया जाता है तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे।

प्रो सिंह ने इस पत्र में कोविड-19 संक्रमण से दिवंगत हुए दो शिक्षकों के परिवारों को शिक्षक कल्याण निधि से एक-एक लाख रूपए नहीं दिए जाने पर भी नाराजगी जाहिर की है।

कुलपति को 23 जून को लिखे अपने पत्र में प्रो सिंह ने कहा है कि विश्वविद्यालय के दो शिक्षक कोरोना से दिवंगत हो गए। यह अत्यंत हृदय विदारक घटना है। मैने शिक्षक संघ के अध्यक्ष के रूप में दोनों शिक्षकों के परिवार को शिक्षक कल्याण निधि से एक-एक लाख रूपए दिए जाने की मांग की थी। उक्त पत्र पर आपने कुलपति ने यह टिप्पणी लिखी कि आवेदन दिवंगत शिक्षकों की पत्नियों की तरफ से आना चाहिए जबकि आपने गुआक्टा पदाधिकारियों के आवेदन पर दिवंगत शिक्षकों के परिजनों को नियत धनराशि अवमुक्त करा दी। आपका यह व्यवहार मेरे लिए चैंकाने वाला और दुःख पहुंचाने वाला है। विश्वविद्यालय के शिक्षक भी इस कृत्य से मर्माहत हैं।

शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो विनोद कुमार सिंह ने इसके पहले भी शिक्षकों के सोशल मीडिया ग्रुप में इस सवाल को उठाया था और कुलपति की टिप्पणी पर सवाल खड़े किए थे। प्रो सिंह ने यह भी कहा था कि जब नए सत्र के लिए कुलपति ने सभी शिक्षकों की बैठक ली तो उसमें उन्होंने ने कोरोना से दिवंगत शिक्षकों का जिक्र तक नहीं किया और बैठक में दिवंगत शिक्षक साथियों को श्रद्धाजंलि भी नहीं दी गई।

प्रो सिंह ने इस पत्र में शिक्षक संघ के चुनाव का जिक्र करते कुलपति को लिखा है वे पूर्व में आपसे मौखिक व लिखित रूप में विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के चुनाव हेतु चुनाव अधिकारी नामित करने का अनुरोध कर चुके हैं। पूर्व कुलपति के समय में भी मैने चुनाव अधिकारी की मांग की थी। आप द्वारा चुनाव अधिकारी नामित नहीं करने की स्थिति में विश्वविद्यालय शिक्षक नियमावली के अनुसार शिक्षक महासभा अपना चुनाव अधिकारी नामित करने के लिए स्वतंत्र होगी।

उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का चुनाव तीन वर्ष से लम्बित है। वर्ष 2017 में शिक्षक संघ का चुनाव हुआ था। हर वर्ष शिक्षक संघ का चुनाव होने का नियम व परम्परा है लेकिन तीन वर्षों से चुनाव नहीं हो पा रहा है।

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