नगर विधायक ने रेल मंत्री से बात कर रेलवे चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज में बदलने की मांग उठायी

गोरखपुर। नगर विधायक डॉ.  राधा मोहन दास अग्रवाल ने बुधवार को रेल मंत्री से पीयूष गोयल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करते हुए ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय को मेडिकल कॉलेज में बदलने की मांग की उठायी। डॉ अग्रवाल के मुताबिक रेल मंत्री ने इस मुद्दे को बहुत गम्भीरता से लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि रेल मंत्रालय इस संदर्भ में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से निश्चित रूप से बात करेगा, क्योंकि मेडिकल कॉलेज चलाने का काम तो स्वास्थ्य मंत्रालय के सहयोग से ही सम्भव होगा, लेकिन प्रथम चरण में पोस्ट – ग्रेजुएट ( स्नातकोत्तर) की शिक्षा तो शूरु ही की जा सकती है।

नगर विधायक ने रेल मंत्री से कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय गोरखपुर में एक मेडिकल कालेज जितने बड़े परिसर के साथ ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय संचालित है। विगत वर्षौ में चिकित्सकों की कमी से इसकी सुविधाएं बहुत घटी हैं और यह रेलकर्मियों के लिए एक सिक-फिट लीव और रेफरल सेंटर बनकर रह गया है।

डाक्टर राधा मोहन ने कहा कि सरकार की एक नीति थी कि जिन रेलवे अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज की मान्यता के लायक सुविधाएं हों, उन्हें रेल मंत्रालय मेडिकल कॉलेज में बदलने में विचार करेगी। ललित नारायण मिश्र रेलवे चिकित्सालय सभी मानक पूरे करता है, इसलिए इसे मेडिकल कॉलेज में बदला जाये।

 

डॉ अग्रवाल ने कहा कि इससे सीधे रेल विभाग का ही लाभ होगा, क्योंकि आज बहुत बड़ी संख्या में अपने ईलाज के लिए बाहर रेफर होते हैं। इसमें लोगों के टीए/डीए/चिकित्सा खर्च में बहुत अधिक धन व्यर्थ हो जा रहा है। मेडिकल कालेज खुलने से चिकित्सकों की कमी भी दूर होगी।

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ओएसडी तथा रेलवे बोर्ड के कोआर्डिनेटर सेल प्रभारी नरेंद्र आनन्द राव पाटिल को निर्देशित किया है कि वह स्वास्थ्य मंत्रालय से इस संदर्भ में पत्राचार करे और पहले चरण में स्नातक की जगह स्नातकोत्तर शिक्षा शुरू करने पर विचार करें।

नगर विधायक ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को गोरखपुर जंक्शन पर विश्वस्तरीय सुविधाएं देने, खूबसूरत कौवाबाग अण्डरब्रिज बनवाने तथा गोरखपुर कैण्ट रेलवे का विकास कराने के लिए नागरिकों की ओर से धन्यवाद दिया।