जनपद

त्रिपुरा हिंसा के विरोध में उलमा-ए-किराम ने प्रदर्शन किया, ज्ञापन सौंपा

गोरखपुर। त्रिपुरा में हिंसा करने वालों पर कार्यवाही, वसीम रिज़वी व नरसिंहानंद सरस्वती की गिरफ़्तारी और पैग़ंबर-ए-इस्लाम पर लिखित विवादित किताब पर पाबंदी की मांग को लेकर शनिवार को तंजीम उलमा-ए-अहले सुन्‍नत से जुड़े उलमा-ए-किराम ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। प्रदर्शन में ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के नौज़वान भी शरीक रहे।

मुफ़्ती अख़्तर हुसैन मन्नानी (मुफ़्ती-ए-शहर) ने कहा कि त्रिपुरा के मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। वहां की मस्जिदों व मुसलमानों की रक्षा और सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। वहीं देश व समाज हित में गुस्ताख़े रसूल वसीम रिज़वी पर सख़्त कार्रवाई करते हुए गिरफ़्तारी की जाए। विवादित किताब पर पाबंदी लगाई जाए। वसीम रिज़वी मानसिक रूप से बीमार है। वसीम रिज़वी पैगंबर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की शान में लगातार गुस्ताख़ी व क़ुरआन-ए-पाक की बेहुरमती कर रहा है जिसे मुसलमान बुर्दाश्त नहीं करेंगे।

प्रदर्शन में दरगाह हज़रत मुबारक खां शहीद के सदर इकरार अहमद, मुफ़्ती मुनव्वर रज़ा रज़वी, मुफ्ती शमीम अमजदी, हाजी कलीम फरजंद, कारी अफ़ज़ल बरकाती, इमाम चौक मुतवल्ली एक्शन कमेटी के अब्दुल्लाह, कारी शराफत हुसैन क़ादरी, मौलाना मो. असलम रज़वी, हाफ़िज़ रज़ी बरकाती, कारी मोहम्मद अनस रज़वी, हाफ़िज़ रहमत अली निज़ामी, हाफ़िज़ महमूद रज़ा क़ादरी, माहताब आलम, मौलाना मोहम्मद उस्मान बरकाती, ग़ौसे आज़म फाउंडेशन के जिलाध्यक्ष समीर अली, मोहम्मद फ़ैज़, मोहम्मद ज़ैद, मोहम्मद ज़ैद चिंटू, अमान अहमद, मोहम्मद आसिफ, नूर मोहम्मद ‘दानिश’, सैयद शहाबुद्दीन, मो. निज़ाम, हाफ़िज़ सद्दाम हुसैन, मौलाना अनवर अहमद तनवीरी, कारी मोहम्मद मोहसिन रज़ा, दानिश रज़ा अशरफ़ी, शकील अंसारी, हाफ़िज़ अलकमा, हाफ़िज़ आफताब, हाफ़िज़ आरिफ, सेराज, कारी गुलाम जीलानी, मोहम्मद अहमद, मेराज, मो. चांद, हाफ़िज़ फ़ुरकान, इरफानुल हक, कारी हकीकुल्लाह, मुर्तजा हुसैन रहमानी, एडवोकेट सैयद फ़रहान अहमद क़ादरी, एडवोकेट आज़म खान सहित तमाम लोगों ने शिरकत की।