गोरखपुर, 2 मई। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के क्रम में विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा जारी किए जा रहे पोस्टर विवाद के केन्द्र में आ रहे हैं। बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष केशव मोर्या को भगवान श्रीकृष्ण और बसपा सुपीमो मायावती को काली के अवतार वाले पोस्टर के बाद अब कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को सिंघम बताने वाला पोस्टर जारी कर नया विवाद छेड़ दिया है। यह पोस्टर गोरखपुर के कांग्रेसियों ने कल प्रदर्शित किया और इसे लेकर शहर में घूमे भी। आज इस विवाद में एमआईएमइाईएम के नेता भी कूद पड़े और उन्होंने इस पोस्टर द्वारा अपने नेता असदुद्दीन औवेसी का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी।
सोमवार को कांग्रेस के जिला महासचिव अनवर हुसैन ने कांग्रेस के राष्टीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सिंघम बताने वाला पोस्टर जारी किया था। श्री हुसैन इस पोस्टर को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ शास्त्री चैक, बेतियाहाता चैराहा, टाउनहाल चैराहे पर घूमे और पोस्टर लगाया। अनवर हुसैन का कहना था कि बीजेपी ने चीरहरण का पोस्टर दिया तो बसपा ने मायावती को विपक्षी नेताओं को सिर काटने वाला पोस्टर जारी किया। कांग्रेस 27 वर्ष से यूप की सत्ता से बाहर है। इस दौरान प्रदेश में अत्याचार, भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया। अब यूपी में कांगे्रस आने वाली है और वह इसे माडल प्रदेश बनाएगी।
इस पोस्टर में सिंघम बने राहुल गांधी को जनरक्षक कहा गया है जो कह रहे हैं कि हम लेके आ रहे हैं सुशासन सरकार। जबकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य और एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन औवेसी पर आरोप लगाए गए हैं।
इस पोस्टर पर अन्य दलों की आज कोई प्रतिक्रिया तो नहीं आई एआईएमआईएम ने कांग्रेस जिला महासचिव अनवर हुसैन व उपाध्यक्ष ई. एसएस पांडेय के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दे मांग की कि ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए। पार्टी के जिलाध्यक्ष समीर सिद्दीकी ने कहा कि सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए कांग्रेस तुच्छ हथकंडे अपना रही है। कांग्रेस बौखला गयी हैं यह उसके नैतिक पतन का परिचायक है। आज औवेसी की पार्टी से गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा प्रत्याशी मिर्जा दिलशाद बेग दर्जनों कार्यकर्ताओ के साथ कोतवाली पहुंचे और दोनों कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी। उनके साथ पार्टी के ग्रामीण विधानसभा अध्यक्ष मुनव्वर अहमद, सचिव तनवीर अहमद, जमील, फरहान चिश्ती, जकाउल्लाह, अतहर अंसारी, राजा आदि मौजूद रहे।