-परिजनो ने किया हंगामा , डॉक्टर व स्टाफ अस्पताल छोड़कर भागे
फरेन्दा, महराजगंज। आनन्दनगर कस्बे के मंडी समिति के निकट एक मकान मे अवैध रूप से चल रहे नर्सिग होम में अप्रशिक्षित डाक्टर व स्टाफ की लापरवाही से प्रसूता व उसके नवजात बच्चे की मौत हो गयी । मौत के बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया लेकिन तब तक डॉक्टर व स्टाफ अस्पताल छोड़कर फरार हो चुके थे।
नौतनवा थानाक्षेत्र के भगवानपुर सोहनी निवासी बलवीर पासवान की 20 वर्षीय पत्नी रीमा को सोमवार को प्रसव पीड़ा हुई । रीमा को प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र मिश्रौलिया लाया गया जहा पर प्रसूता की हालत गम्भीर देखते हुए उसे फरेन्दा के लिए रेफर कर दिया गया फिर पति बलबीर ने सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र बनकटी फरेन्दा ले जाने के लिए एक चारपहिया गाड़ी बुक किया। चारपहिया वाहन चालक मामूली सी दलाली के चक्कर मे सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र बनकटी न ले जाकर प्रसूता को फरेन्दा गल्ला मंडी के पास एक नर्सिंग होम ले कर आ गया ।
अस्पताल के बाहर लगे बोर्ड पर बड़े बड़े अक्षरो मे डॉक्टर का बोर्ड लगा था जिस पर उसे एमबीबीएस, एमडी व सर्जन बताया गया था। बोर्ड देखकर रीमा के पति बलवीर को लगा की बड़े डाक्टर और बड़ी डिग्री है तो इलाज भी अच्छा होगा इसलिए वह अपनी पत्नी को भर्ती करवा दिया । अस्पताल के डॉक्टरों ने आपरेशन की बात कही और बताया कि बिना आपरेशन के बच्चा नही पैदा हो सकता है। आपरेशन के लिए 12 हजार रुपए की मांग की गई। आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के बाद भी किसी तरह बलवीर ने जैसे तैसे पैसो की व्यवस्था की ।
मंगलवार की शाम सात बजे रीमा का आपरेशन हुआ और उसने पुत्र को जन्म दिया। जच्चा -बच्चा दोनों की तबियत ठीक नही थी। रात एक बजे दोनों की हालत और बिगड़ गई। तब कैम्मियरगंज निवासी अस्पताल संचालक व आपरेशन करने वाले चिकित्सक ने महिला व नवजात को गोरखपुर ले जाने की बात कही जिस पर पति बलवीर ने पैसों की कमी बताते हुए गोरखपुर ले जाने मे असमर्थता जताई । हालत बिगड़ती गयी और बुधवार की भोर तीन बजे महिला व उसके नवजात शिशु की मौत हो गयी।
परिजनों का हंगामा देख अस्पताल के संचालक व डॉक्टर तथा पूरा स्टाफ फरार हो गया काफी देर हंगामा करने के बाद परिजन शव को साथ लेकर गाव चले गये।