जनपद

निगाहें औलिया में है तकदीर बदलने की कुव्वत: अली मजहर शाह  

 

– उर्स-ए-पाक के दूसरे दिन निकला सरकारी चादर का जुलूस

  गोरखपुर, 1 जनवरी। मोहल्ला रहमतनगर स्थित बहादुरिया जामा मस्जिद स्थित आस्ताने पर हजरत मोहम्मद अली बहादुर शाह रहमतुल्लाह अलैह के 100वें तीन रोजा उर्स-ए-पाक के दूसरे दिन सरकारी चादर पेश कर दुआ मांगी गयी।

रविवार को अल सुबह आस्ताने पर मजार शरीफ का गुस्ल व गुलपोशी की गयी। इसके बाद कुरआन खानी कर इसाले सवाब किया गया। शाम को सरकारी चादर का जुलूस रहमतनगर से  रहमतुल्लाह नेहाली के नेतृत्व में  निकला। जो घासीकटरा, जाफरा बाजार, बेनीगंज, अलीनगर , बक्शीरपुर, नखास, खुनीपुर  होता हुआ हुआ आस्ताने पर पहुंचा। जुलूस में अकीदतमंद चादर पकड़े चल रहे थे। वहीं नात शरीफ भी पढ़ी जा रही थी। जुलूस में दस के करीब घोड़े भी शामिल थे। आस्ताने पर चादर पेश करने के बाद दुआ मांगी गयी। रात में महफिले शमां हुई। जिसमें कव्वालों  ने औलिया अल्लाह के शान में कलाम पेश किया।

इस मौके पर आस्ताने के सदर अली मजहर शाह ने कहा कि औलिया अल्लाह के दर से कोई मायूस नहीं जाता है। हकीकी देने वाला रब हैं दिलाने वाले यह हैं। नबी व वली के इश्क में धड़कने वाला दिल ही मोमिन का दिल हैं । औलिया अल्लाह ने अपनी सारी जिंदगी रब को राजी करने व शरीयत पर चलने में गुजर कर यह मकाम हासिल किया हैं। आज विसाल फरमाने के कई सौ साल बाद भी उनका रुहानी फैज बराबर जारी  हैं। तभी  शायर यह कहने पर मजबूर  है कि निगाहें वली में वो तासीर देखी बदलती हजारों की तकदीर देखी। जुलूस समाप्ति पर सलातो सलाम पढ़ दुआ मांगी गयी।

इस मौके पर मौलाना अली अहमद शाद बस्तवी, कुर्बान अली अली जफर शाह, अली सफदर शाह, अली अंसार शाह, अली यावर शाह, अली गजनफर शाह,  अली नुसरत शाह, अली मुजफ्फर शाह, अली अख्तर शाह, तौसीफ अहमद, बब्लू कुरैशी, राजू कुरैशी, शहजादे अली, इमरान अहमद, पप्पू नेहाली, आमिर, आजाद, फैज, आसिफ, औसाफ सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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