छोटा पम्पिंगसेट भी बना चुका है प्रतीक
सिसवा बाजार (महाराजगंज) 7 फरवरी। चोखराज तुलस्यान सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टरमीडिएट कालेज के बारहवीं के गणित के छात्र प्रतीक ने घरेलू उपकरणों की मदद से चार इंच मिनी इन्वर्टर के साथ म्यूजिक गैजेट रिचार्जेबल माइक्रो चिप वाले हेडफोन व ईयरफोन बनाकर अपनी प्रतिभा से सबको हैरत में डाल दिया है।
कस्बे के पूर्वांचल बैंक रोड निवासी टीवी मैकेनिक कृष्ण कुमार मद्धेशिया का 17 वर्षीय पुत्र प्रतीक चोखराज तुलस्यान सरस्वती विद्या मंदिर में कक्षा 12 का गणित का छात्र है। प्रतीक की माता उषा गुप्ता प्रेमलाल सिंहानिया कन्या इण्टर कालेज में शिक्षिका हैं। प्रतीक के पिता तीन वर्ष पूर्व दिल्ली कमाने चले गये। इस बीच स्कूल से छुट्टी के बाद अपने पिता की दुकान पर बैठने लगा। उसी दौरान दुकान में रखे इलेक्टानिक पार्ट से कुछ ना कुछ बनाता रहता था। उसने उसी प्रकार कुछ नया करने के चक्कर में एक नया अविष्कार करने का मन बना लिया। कुछ दिनों के प्रयास के बाद सबसे पहले उसने बैटरी रिचार्जेबल माइक्रो चिप युक्त हेडफोन को बनाने में कामयाबी हासिल करली। हेडफोन के दोनों तरफ लगे इयर पीस में एक और इयर फोन जोड़ कर एक ऐसा म्यूजिक गैजेट बना दिया जिस से तीन व्यक्ति एक साथ संगीत का आनन्द उठा सकते हैं। इसके अलावा इसे मोबाइल से कनेक्ट कर बात भी की जा सकती है।
इसके बाद प्रतीक ने चार इंच के मिनी इन्वर्टर को बनाया। जिसे पावर बैंक के रूप में भी प्रयोग किया जा सकता है। इस मिनी इन्वर्टर से उत्पन्न होने वाले 250 वोल्ट से ऊर्जा से 15 वॉट का एक सी एफ एल और एक साथ चार मोबाइल फोन को चार्ज किया जा सकता है।
प्रतीक ने बताया कि इस इन्वर्टर में मोबाइल फोन की 18 वाट की तीन बैटरियों को एक साथ जोड़ा गया है। जिसमें सबसे अहम बात यह है कि एडाप्टर तथा सौर ऊर्जा से चार्ज होने के बाद उत्पन्न विद्युत् से करन्ट नहीं लगती है। यह मिनी इन्वर्टर लम्बी यात्रा करने वाले लोगों के काम आ सकता है। जो एक बार चार्ज होने के बाद कई दिनों तक सेलफोन चार्ज करने के लिए पॉवर बैंक का काम करेगा। इतना ही नहीं प्रतीक ने एक छोटे से मोटर के मदद से छोटा पम्पिंग सेट भी बनाया है। जो बैटरी और सौर ऊर्जा से चलाया जा सकता है। आगे वह लेन्स की मदद से एक ऐसे मोबाइल प्रोजेक्टर का निर्माण करेगा। जिसमें बैटरी या इलेक्ट्रिसिटी की जरुरत नहीं पड़ेगी।
प्रतीक की माँ उषा गुप्ता ने कहा कि अगर मेरे बेटे को सरकारी सहयोग मिले तो ओ एक अच्छा इंजीनियर बन कर देश के लिए कुछ उपयोगी अविष्कार कर सकता है।