साम्प्रदायिक सौहार्द का मिशाल बना इस्लाहे मुआशरा कांफ्रेंस
सिसवा बाजार।(महराजगंज), 6नवम्बर। सिसवा ब्लाक के ग्राम सुगौली में नौजवान कमेटी द्वारा आयोजित इस्लाहे मुआशरा कांफ्रेंस में धर्मगुरुओं ने नौजवानों को देशप्रेम के लिए प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में उन्नाव से आये मुख्य अतिथि सैयद मोहम्मद ताहा सफ़वी ने जंग-ए-कर्बला पर अपने बयान में कहा कि उस दौर में जब बुराई चरम सीमा पर था और जालिम यजीदी फौज से कौम के भविष्य सुरक्षित करने के लिए जब इमामे हसन हुसैन ने जंग लड़ा तो उन्हें और उनके कुनबे को इस्लाम के लिए कुर्बान होना पड़ा परन्तु उन्होंने दुनिया को नसीहत दे दी की बुराई का साथ देने से अच्छा है कि उसका मुकाबला करते हुए कौम के लिए कुर्बान होना बेहतर है। मुहम्मद साहब ने कहा था हर हाल में अपने देश के लिए वफादार बनो क्यों की देश से बड़ा कुछ नही होता।
गोरखपुर से आये सहाबुद्दीन चतुर्वेदी ने वेद और कुरआन के उपदेशों में समानता को दर्शाते हुए कहा कि कोई धर्म ग्रन्थ किसी भी मजहब के लिए कभी भी गलत संदेश नही दिया है।परंतु सभी धर्मों में कुछ अच्छे और कुछ बुरे लोग मौजूद है जो समाज को तोड़ने की साजिश रचते रहते है ऐसे लोगों से हमें दुरी बनाना चाहिये।शायर शमशाद बस्तवी ने अपने गज़लों और नज्मो के माध्यम से समाज में जागरूकता लाने की कोशिश की। देवरिया के फैजान रज़ा बरकाती ने भी जलसे को संबोधित किया ।इस दौरान श्रीप्रकाश साहनी,पुरुस्तम गौड़,नागेश्वर,लल्लन,भोला प्रसाद,बेचई प्रसाद ग्राम प्रधान जलालुद्दीन, जलसे के प्रबंधक इब्राहिम अली, शाबिर अली, अल्ताफ रज़ा, ताबीर अली, आलमगीर, काबेतुल्लाह, मौलाना जामिन अली मौलाना अब्दुल जब्बार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।