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कुपोषण व बीमारी से दो बच्चों की मौत के बाद जागा प्रशासन , पिता को नौकरी दी, राशन कार्ड बनवाया

लार कस्बे के गरीब मजदूर पशुपति राजभर के बेटे और बेटी की 9 नवम्बर को हुई थी मौत

देवरिया, 14 नवम्बर। लार कस्बे के गयाधीर वार्ड में दो घंटे के अंतराल में कुपोषण व बीमारी से दो बच्चों की मौत के 5 दिन बाद प्रशासन जागा है। आज बच्चों के पिता गरीब मजदूर पषुपति राजभार के घर सीडीओ, सीएमओ और जिला पूर्ति अधिकारी पहुंचे। सीडीओ ने पशपुति को टाउन एरिया में संविदा पर सफाई कर्मी की नौकरी देने को कहा। उनके आदेश पर नगर पंचायत पशुपति को काम पर लेने जा रहा है।
अधिकारियों ने हालांकि कुपोषण से बच्चों की मौत से इनकार किया और कहा कि दोनों बच्चों की मौत पीलिया से हुई है। अधिकारियों के निर्देश पर पशुपति का राशन कार्ड भी बनाया जा रहा है। एक दिन पहले कोटेदार ने उसका फोटो खिंचवाया और आधार कार्ड बनाने के लिए आवेदन कराया। आधार कार्ड बन जाने के बाद उसका राशन कार्ड भी बनाया जाएगा। बच्चों की मौत के बाद बीडीओ के कहने पर पशुपति को 50-50 किलो चावल व गेहूं दिया गया था।
पशुपति की सात वर्षीय बेटी खुश्बू और पांच वर्षीय बेटे अजय की नौ नवम्बर को दो घंटे के भीतर मौत हो गई थी। दोनों तीस सप्ताह से बीमार थे और उन्हें बचाने के लिए पशपुति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर जिला अस्पताल देवरिया और बीआरडी मेडिकल कालेज की दौड़ लगा रहा था। फिर भी दोनों बच्चों की जान नहीं बच सकी।

इस बारे में पूरी खबर यहां देखें-

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आज समाजवादी पार्टी की राज्य सभा सदस्य कनक लता सिंह और सपा के जिलाध्यक्ष रामइकबाल भी पशुपति के घर पहुंचे। दोनों ने उसे ढांढस बंधाया। दोनों नेताओं ने आरोप लगाया कि अजय और खुश्बू की मौत कुपोषण से हुई है।

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