गोरखपुर। गोरखपुर क्लब परिसर में मंगलवार को आयोजित बसपा की मंडलीय समीक्षा बैठक में जमकर हंगामा हुआ। बांसगांव विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी श्रवण कुमार निराला को हटाए जाने को लेकर हंगामा इतना बढ़ा कि बसपा के जोन इंचार्ज, कोआर्डिनेटर सहित कई वरिष्ठ नेताओं को पीछे के रास्ते भागना पड़ा। जमकर धक्का-मुक्की और हाथापाई हुई।
विधानसभा प्रभारी पद से हटाए जाने के बाद श्रवण कुमार निराला ने मंच से ही अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी और कहा कि वह हर हालत में बांसगांव से ही चुनाव लड़ेंगे।
मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित गोरखपुर क्लब में बसपा की मंडलीय समीक्षा बैठक थी। बैठक में गोरखपुर मंडल की लोकसभा सीटों पर पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा की जानी थी। इस मंडल में बसपा कोई सीट नहीं जीत पाई है। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जोन इंचार्ज घनश्याम खरवार मौजूद थे। बांसगांव संसदीय क्षेत्र की समीक्षा शुरू होते ही श्री खरवार ने कहा कि बहिन जी का निर्देश है कि श्रवण कुमार निराला चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्हें संगठन के काम में लगाया जाएगा।
श्री खरवार के यह कहे जाने पर श्रवण कुमार निराला नाराज हो गए। उन्होंने मंच से बैठक में मौजूद करीब 200 बसपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करना शुरू कर दिया। श्री निराला ने कहा कि उन्होंने 23 वर्ष तक पार्टी की सेवा की है। पार्टी ने उन्हें जहां जाने को कहा वहां जाकर काम किया। पार्टी सुपी्रमो के निर्देश पर ही वह बांसगांव से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उन्हें बताया जाना चाहिए कि किस कारण से उन्हें बांसगाव विधानसभा प्रभारी पद से हटाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में उनके विधानसभा से पार्टी प्रत्याशी को करीब 85 हजार वोट मिले जो अन्य विधानसभा क्षेत्रों से सर्वाधिक था। इसके बावजूद उन्हें क्यों हटाया जा रहा है। उन्होंने मंच से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी और कहा कि वह बांसगांव विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
इसके बाद से बैठक में नारेबाजी शुरू हो गई। इसी बीच बसपा के जोन इंचार्ज ने निरााल को पार्टी से निष्कासित करने की घोषणा कर दी। इससे हंगामा और बढ़ गया। निराला बैठक से बाहर चले गए लेकिन उनके पक्ष में लोग नारेबाजी करते रहे। इस दौरान कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई भी हुई। बसपा कार्यकर्ता रोश ने मुख्य जोन इंचार्ज के इशारे पर मारीपट किए जाने का आरोप लगाया। हंगामा बढ़ने पर बसपा संगठन के बड़े नेता गोरखपुर क्लब के पीछे के रास्ते से चले गए।
शाम को बसपा के जिलाध्यक्ष घनश्याम राही ने बयान जारी किया कि पार्टी की राष्टीय अध्यक्ष मायावती के निर्देश पर श्रवण कुमार निराला को अनुशासनहीनता , पार्टी विरोधी गतिविधि और वित्तीय अनियमितता के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।