लखनऊ. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा है कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून भारत के संविधान के मूल आत्मा के खिलाफ है. किसी भी कीमत पर बाबा साहब अंबेडकर के संविधान पर हमला नहीं होने दिया जाएगा. जनता इस हमले के खिलाफ सड़क पर उतर कर संविधान के लिए लड़ाई लड़ रही है लेकिन सरकार बर्बर दमन व हिंसा पर उतारू है.
शनिवार को जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून देश की गरीब जनता के खिलाफ है. भाजपा सरकार ने जैसे नोटबंदी में गरीबों को लाइन में खड़ा किया था, अब एनआरसी और नागरिकता संशोधन कानून के नाम पर लोगों को लाइन में खड़ा करेगी. एक कट ऑफ डेट तय करेगी और हर एक भारतीय को अपनी भारतीयता सिद्ध करने के लिए कोई मान्य दस्तावेज पेश करना होगा. इससे ज्यादातर गरीब और वंचित लोगों को प्रताड़ित किया जाएगा.
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश के तमाम हिस्सों से छात्रों, बुद्धिजीवियों, वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की अवैध रूप से गिरफ्तारी निंदनीय है. पूरे देश समेत उत्तर प्रदेश के हर जिले से लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस कहाँ ले जा रही है किसी को पता नहीं. यह लोकतंत्र के लिए काला दिन है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कई सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं को पुलिस अवैध हिरासत में रखी हुई है. उनके परिजनों को कोई खबर नहीं दी गई है. मीडिया के माध्यम से दिल दहला देने वाली खबर खबर मिली है कि हिरासत में उन्हें मारा-पीटा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में संचार और इंटरनेट सरकार ने बंद कर रखा है. फिरोजाबाद, अमरोहा, मुरादाबाद, बरेली, रामपुर, कानपुर, गोरखपुर में पुलिस ने शांतिपूर्ण चल रहे प्रदर्शनों पर लाठीचार्ज किया है. जगह-जगह चल रहे प्रदर्शन और मार्च में पुलिस लोगों को हिंसा के लिए उकसा रही है. उत्तर प्रदेश में पुलिसिया हिंसा में 15 लोगों के मारे जाने की खबर है.
प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शांति और सौहाद्र बनाने की अपील करती है. सत्य और अहिंसा के रस्ते देश को आज़ादी मिली है. आज जरूरी है कि बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान की रक्षा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताये गए सत्य और अहिंसा के रस्ते की जाय.