सीएमओ ने किया गुरु श्री गोरखनाथ चिकित्सालय का दौरा, एल-वन अस्पताल के तौर पर चिन्हित
गोरखपुर. गोरखपुर जनपद के लिए राहत की खबर है. जिले से कोरोना संदिग्ध 72 लोगों के सैंपल भेज कर विभाग द्वारा करायी गयी जांच में सभी नमूने निगेटिव आए हैं. इसके बावजूद तैयारी के स्तर पर स्वास्थ्य विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.
मुख्य चिकित्साधिकारी के निर्देश पर जिले में सक्रिय सभी मेडिकल टीम शेल्टर होम्स का भ्रमण करेंगी और 14 दिन की क्वेरेंटाइन पूरी कर चुके लोगों के सेहत की जांच करेंगी. स्वस्थ लोगों को घर जाने की अनुमति मिलेगी और उन्हें लॉक डाउन का पालन करना होगा.
विभाग ने टीबी मरीजों के खाते में 500 रुपये की पोषण धनराशि भी डीबीटी के माध्यम से अंतरित करवा दिया है.
सीएमओ ने गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय का शनिवार को भ्रमण किया। उनके साथ एसीएमओ डॉ. नीरज कुमार पांडेय भी मौजूद रहे। सीएमओ ने बताया कि गुरु श्री गोरखनाथ चिकित्सालय में कोविड मरीजों के लिए 150 सामान्य बेड एवं 4 वेंटिलेटर वाले बेड उपलब्ध हैं. इस अस्पताल को भी कोविड L1 के रूप में चिन्हित किया गया है.
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि आरसीएमआर में सैंपल जांच के बढ़े दबाव को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग से लैब टेक्निनिशयन भी वहां भेजे गये हैं. 100 बेड के अस्पताल के लिए स्पोर्ट कालेज को चिन्हित किया गया है, जहां एल वन समकक्ष इकाई बनाने की योजना है.
इस बीच, कोरोना वायरस से पीड़ित अथवा संदिग्ध मरीजों के उपचार में लगे चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टॉफ रात-दिन अपनी ड्यूटी कर इस संक्रमण के फैलाव को रोकने में जुटे हैं.