कोरोना लॉकडाउन : बीमार बच्चे के पास पहुँचने के लिए 90 किलोमीटर तक चलायी साइकिल

गोरखपुर. कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन से अवाम को कई तरह की मशक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ परेशानियां ऐसी होती है जिसके लिए आदमी को बड़ा कदम उठाना पड़ता है. ऐसा ही एक बड़ा कदम उठाया है नूरानी मस्जिद तरंग क्रासिंग हुमायूंपुर के पेश इमाम हाफिज मो. अशरफ ने. उन्होंने अपने बीमार बच्चे व परिवार के लिए गोरखपुर से जीयनपुर (आजमगढ़) तक बिना रुके करीब 90 किलोमीटर तक साइकिल चलायी.

हाफिज मो. अशरफ का बच्चा काफी वक्त से बीमार चल रहा है. परिवार को देखभाल व पैसों की भी जरुरत थी. घर परिवार की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। घर पर दो बच्चे, पत्नी और मां-बाप हैं. लॉकडाउन के बाद से ही उन्हें अपने बच्चे व परिवार की चिंता सताये जा रही थी. जब घर जाने की हर उम्मीद से मायूस हो गए तो उन्होंने 30 मार्च को गोरखनाथ थाना में साइकिल पास के लिए संपर्क किया. अपनी परेशानी बतायी. उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय पर संपर्क करने की सलाह मिली. वह जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे. वहां पास के लिए मारामारी नज़र आयी. वहां भी काम नहीं बना तो वह बस स्टैंड पहुंचे. वहां पता चला कि आजमगढ़ जाने वाली कोई बस नहीं है.

इसके बाद हाफिज अशरफ थोड़े निराश जरुर हुए लेकिन हिम्मत नहीं हारी. साइकिल से ही जीयनपुर (आजमगढ़) जाने का फैसला किया. उन्होने 31 मार्च की अलसुबह करीब साढ़े चार बजे साइकिल उठायी और निकल पड़े. साथ में बिस्कुट व पानी रखा. खस्ताहाल सड़क पर लगातार साइकिल चलाते हुए करीब सुबह 11 बजे जीयनपुर आजमगढ़ पहुंचे. करीब सात घंटे का सफर साइकिल चलाकर किया. घर पहुंचने पर परिवार वालों की खुशी का ठिकाना न रहा. बीच में पुलिस वालों ने भी नहीं रोका.

हाफिज मो. अशरफ ने फोन पर बताया कि जिंदगी में कभी इतनी साइकिल नहीं चलायी थी. परिवार व बीमार बच्चे की देखभाल करने के लिए ऐसा करना पड़ा. साइकिल पास के लिए भी कोशिश की ताकि रास्ते में कहीं कोई रोके नहीं. बस से जाने का भी प्रयास किया. आखिर में यह कदम उठाया. सड़क बहुत खराब होने की वजह से हमेशा डर बना रहता था कि कहीं साइकिल पंचर हो गई तो क्या होगा. सुनसान सड़क भी दहशत पैदा कर रही थी. खैर लगातार बिना रुके साइकिल चलायी. घर पहुंचकर सुकून है. अब बीमार बच्चे व परिवार की देखभाल कर लूंगा. पैर में थोड़ी सूजन है लेकिन परिवार से मिलकर रास्ते की हर मशक्कत भूल गया.