कसाडा की बैठक में विधायक को नहीं बुलाने पर नाराज हुए भाजपा जिलाध्ययक्ष, अफसरों को खूब सुनाया

कुशीनगर। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही की मौजूदगी में कुशीनगर के भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द मिश्र ने कुशीनगर विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (कसाडा) की बैठक में क्षेत्रीय विधायक  व नामित सदस्यों को नहीं बुलाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा महत्वपूर्ण बैठकों व कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है। भाजपा जिलाध्यक्ष  इतने नाराज थे की बोलते-बोलते वे कमिश्नर और डीएम से कहा कि चाहें तो मुख्यमंत्री जी को बता दीजियेगा।

इस दौरान कृषि मंत्री चुप रहे। बाद में पत्रकारों से बातचीत में कृषि मंत्री ने प्रकरण पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि कसाडा एक अधिकृत बाडी है। जो नियम है उसका फालो होना चाहिए।

बुधवार को आयुक्त जयंत नार्लीकर की अध्यक्षता में रॉयल रेजीडेंसी होटल में कसाडा की बैठक आयोजित थी। बैठक में कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, सीईओ/ जिलाधिकारी भूपेश एस चौधरी, देवरिया के डीएम अमित किशोर समेत लोक निर्माण विभाग, स्टाम्प व निबंधन, विद्युत, नगरपालिका, पर्यटन आदि विभागों के अधिकारी मौजूद थे। कसाडा बोर्ड में सांसद व विधायक पदेन सदस्य हैं। साथ ही शासन से दो अन्य सदस्य भी नामित किए गए है।

कोरोना संक्रमित होने के कारण सांसद ने बैठक में अपने एक प्रतिनिधि को भेजा था। बैठक के दौरान विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी पहुंचे पर सभागार में नही गए। पत्रकारों के पूछने पर बताया कि उन्हें बैठक की कोई जानकारी नही है। वह कृषि मंत्री के प्रोटोकाल में आए हैं।

कुछ देर बाद भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेमचन्द मिश्र व जिला उपाध्यक्ष अवधेश प्रताप सिंह भी दर्जनों भाजपा पदाधिकारियों के साथ पहुंच गए। बैठक समाप्त होते ही भाजपाई सभागार में पहुंच गए और और वहां बैठे आयुक्त व डीएम को विधायक व नामित सदस्यों की उपेक्षा को लेकर जमकर सुनायी। मंगलवार को एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग के शिलान्यास में भी विधायक को नही बुलाए जाने को लेकर उन्होंने डीएम से नाराजगी व्यक्त की।  जिलाध्यक्ष ने यहाँ तक कह दिया कि चाहें तो मुख्यमंत्री जी को बता दीजियेगा। जिलाध्यक्ष ने कहा कि अशिष्टता बर्दाश्त नही की जायेगी।

सभागार से बाहर निकलने पर कृषि मंत्री ने कहा कि कसाडा एक अधिकृत बाडी है। जो नियम है उसका फालो होना चाहिए। यदि जनप्रतिनिधि के लिए कोई व्यवस्था नहीं है तो कसाडा उन्हें बैठक में शामिल करने के लिए प्रस्ताव शासन में भेजे। कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कहा कि डीएम को प्रकरण की जांच कर शाम तक रिपोर्ट मांगी गई है।