निमोनिया से बच्चों को बचाने  के लिए नियमित टीकाकरण सत्र में लगाई जाएगी न्यूमोकॉकल वैक्सीन 

देवरिया। निमोनिया और डायरिया पांच वर्ष तक के बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण होता है। अब निमोनिया से बच्चों को बचाने  के लिए  न्यूमोकॉकल वैक्सीन  सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर नि:शुल्क लगायी जाएगी। 13 अगस्त को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत चतुर्थ चरण में न्यूमोकॉकल वैक्सीन प्रदेश के 56 जनपदों में आरम्भ किया जा रहा है, जिसमे देवरिया जनपद भी शामिल है।
 मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के धन्वंतरि सभागार में शनिवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सीएमओ डॉ. आलोक कुमार पांडेय ने कहा कि नियमित टीकाकरण में न्यूमोकॉकल कांजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) को शामिल किया जा रहा  है। उन्होंने कहा कि न्यूमोकॉकल कांजूगेट वैक्सीन अब तक प्राइवेट अस्पतालों में महंगे  दाम करीब चार हजार रूपये लेकर लगाई जाती थी। अब इसे सरकारी स्वास्थ्य केन्दों पर निशुल्क उपलब्ध कराया जायेगा।  नवजात को अब निमोनिया से होने वाले जान के खतरे से अधिक समय तक लड़ना नही पड़ेगा। उन्होंने अपील की कि पीसीवी के बारे में अधिक  से अधिक लोंगो में जागरूकता फैलाई जाए ।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) एवं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. डीवी शाही ने कहा न्यूमोकॉकल एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के खांसने या उसके संपर्क में आने से फैलता है। अधिकांश मामलों में न्यूमोकॉकल बिना किसी लक्षण के समाप्त हो जाता है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों में इसका जोखिम अधिक  रहता है। शून्य  से पांच वर्ष तक के बच्चों में इसका खतरा ज्यादा  रहता है। इस टीके के आ जाने से निमोनिया, सर्दी, जुकाम , दिमागी बुखार को रोका जा सकेगा।  इस बीमारी में पीसीवी की तीन  डोज डेढ माह,  साढ़े तीन माह के सब बूस्टर डोज और नौ माह पर दी जाएगी।
अभी तक बच्चों को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत बीसीजी, ओरल पोलियो, हेपेटाइटिस बी, पेंटा पेनटावैनेलट, ओपीवी, एफआईपीवी, पीसीबी, रोटावायरस, एमआर, मिजिलेल्स, रूबेला व विटामिन ए का टीका नि:शुल्क लगाया जाता रहा है । अब शासन ने पीसीवी को भी सरकारी अस्पतालों में नियमित टीकाकरण में शामिल कर दिया है।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसीएमओ डॉ. बीपी सिंह, एसीएमओ डॉ. संजय चंद, यूनिसेफ के डॉ. हसन सहित अन्य लोग मौजूद रहे।