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भाकियू (अम्बावता) की मण्डल बैठक में किसान विरोधी बिल को वापस लेने की मांग की गयी

गोरखपुर। भारतीय किसान यूनियन (अम्बावता) की गोरखपुर और बस्ती मडंल की बैठक कबीर का चौरा, मगहर में यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्वांचल प्रभारी कपिलदेव राय की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सांसद में पारित बिल को किसान विरोधी बताया गया और इसे वापस लेने की मांग की गयी।

श्री राय ने बैठक में कहा कि गोरखपुर और बस्ती मण्डल के जितने भी पदाधिकारी है वह अपनी जिम्मेदारी बहुत ही अच्छी तरह से निभा रहे है और यूनियन के प्रति काफी जागरूक है। इस समय देश में किसानों की हालत काफी दयनीय है। सरकार किसानों के साथ नाइंसाफी करने में लगी हुई जिसे किसान कतई बर्दाश्त नही करेंगें।

कुशीनगर के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र सिंह ने कहा कि जनपद कुशीनगर की लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये हमारे द्वारा लगातार माँग की जा रही है। उसके बाद भी राज्य की गूंगी, बहरी और अंधी सरकार किसानों के आवाज को नही सुन रही है। जनपद में किसानों का गन्ना सूख गया है जिसके मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। जनपद में गन्ने का भुगतान करोडों में बाकी है  लेकिन उसका भी भुगतान नहीं हो प रहा है।

श्री सिंह ने सरकार को आडें हाथो लेते हुए कहा कि यदि योगी सरकार सूबे में किसानों के माँगों के ऊपर किसी प्रकार की आनाकानी करती है तो हमारा यूनियन ईट का जबाब पत्थर से देने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा कि लक्ष्मीगंज बन्द चीनी मिल को चलवाने के लिये तत्काल घोषणा नहीं होती है तो आने वाले चुनाव में बीजेपी को चौदह साल का ही नही अठाईस साल का भी बनवास होने में देर नही लगेगा। सरकार द्वारा जो बिल अभी संसद में पास हुए है वह किसान विरोधी बिल है। इस बिल को सरकार तुरन्त वापस ले। यदि सरकार वाकई में किसानों की आय दोगुनी करना चाहती है तो सबसे पहले स्वामीनाथन आयोग को पूरी तरह से लागू करे तभी इस देश के किसानों का कुछ भला हो सकता है।

इस मौके पर गोरखपुर के जिलाध्यक्ष महेश्वर सिंह, जिलाध्यक्ष सन्त कबीर नगर, प्रदेश संगठन मंत्री नीरज मिश्रा, यार मोहम्मद, जिलाध्यक्ष, सिद्धार्थनगर, चेतई प्रसाद, जिला सचिव, कुशीनगर, डॉक्टर पतिराज निषाद, जिलाध्यक्ष, बस्ती, ईश्वरीय प्रसाद मिश्र, बस्ती मण्डल अध्यक्ष, के साथ साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे |