बहराइच में बाल भिक्षावृत्ति के विरूद्ध अभियान में 11 मासूम मुक्त

बहराइच। बाल भिक्षावृत्ति के विरूद्ध बहराइच पुलिस द्वारा देहात समाज कार्य संगठन, चाईल्ड लाईन-1098, मानव तस्करी रोधी इकाई, जिला प्रोबेशन विभाग व अन्य विभागों के साथ मिलकर शुरू किए गए सघन अभियान में 11 बच्चों को भिक्षावृत्ति से मुक्त कराया गया।

अभियान की शुरुआत बाल भिक्षावृत्ति के विरूद्ध जागरूकता रथों के 10 वाहनों के काफिले को रवाना करके शुरू की गई थी। शहर में भिक्षुक बच्चों को मुक्त कराने के लिए कुल पांच टीमें गठित की गई थी जिनमें पुलिस, देहात संस्था, चाईल्ड लाईन-1098, राजकीय रेलवे पुलिस, प्रथम व जिला बाल संरक्षण ईकाई के लोग शामिल थे।

इन टीमों ने दरगाह, डिगिहा, चांदपुरा, विशाल मेगा मार्ट, मिशन अस्पताल, नानपारा बस स्टैंड, गुल्लाबीर व घंटाघर आदि क्षेत्रों में छापेमारी की और भिक्षावृत्ति करते हुए 11 मासूमों को मुक्त कराया जिनकी आयु 4 वर्ष से लेकर 10 वर्ष के बीच है।

अपर पुलिस अधीक्षक-ग्रामीण अशोक कुमार ने बताया कि यह अभियान सघन रूप से आगे भी जारी रहेगा। इसमें यदि किसी संगठित गिरोह की संलिप्तता पाई जाती है तो उससे पूरी सख्ती से निपटा जाएगा।

देहात संस्था के मुख्य कार्यकारी व सामाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि संस्था द्वारा किए गए एक त्वरित सर्वेक्षण में अकेले बहराइच शहर में ही 47 बाल भिक्षुक चिन्हित किए गये थे किंतु छापे में कम बाल भिक्षुकों का मिलना यह इंगित करता है, कि जिले में भिक्षावृत्ति को संचालित करने में किसी संगठित गिरोह का भी हाथ है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी विनय सिंह ने कहा कि विमुक्ति के पश्चात इन बाल भिक्षुकों के पुनर्वासन की भी योजना बनाकर यथायोग्य कार्यवाही की जायेगी।

इस अवसर पर देहात संस्था की चाईल्ड लाईन की केंद्र समन्वयक देवयानी, स्वरक्षा मानव तस्करी रोधी परियोजना की इंटरवेंशन अधिकारी अस्मिता सरकार, काउंसलर रेखा वर्मा, अरूण चौधरी, कौशल किशोर, अर्जुन प्रसाद, कीर्ति राणा, मानव तस्करी रोधी इकाई के अभिषेक व अजय व इंद्र कुमार तिवारी, राजकीय रेलवे पुलिस के प्रभारी राघवेन्द्र यादव, जिला बाल संरक्षण ईकाई की शिविका मौर्य, सुशील, सादिक अली, प्रथम से अश्वनी एवं राकेश दूबे आदि मौजूद रहे।