रेल ट्रेक को दुरुस्त किए बिना बरहजिया ट्रेन चलाने की तैयारी

देवरिया। रेल ट्रेक को पूरी तरह दुरुस्त किए बिना सलेमपुर-बरहज बाजार रेलखंड़ पर रेल अधिकारियों ने विद्युत रेलगाड़ी चलाने की तैयारी कर ली है। कई स्थानों पर रेल ट्रैक के भीतर से गिट्टी एवं बेड बैंक से मिट्टी गायब है लेकिन इसकी अनदेखी की जा रही है।

सलेमपुर-बरहज रेल खंड़ पर 22 किलोमीटर लंबा है। इस रेल खंड पर करीब 18 करोड़ की लागत से विद्युत रेलगाड़ी चलाने के लिए विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है। सभी समपारों पर अत्यधिक उंचाई के वाहनों को रोकने के लिए बैरिकेटर लग चुके हैं। इस कार्य को पूरा करने में रेलवे को पूरे एक वर्ष लगे हैं।

इस रेलखंड़ पर बरहजिया रेलगाड़ी संचलन हेतु 26 फरवरी को मंड़ल रेल प्रबंधक वाराणसी वी०के० पंजियार ने निरीक्षण किया। अपनी अंतिम मुहर लगाने बुधवार को रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्वी सर्किल मो० लतीफ खान सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने निरीक्षण तथा स्पीड ट्रायल कर लगभग अपनी हामी भर दी लेकिन संचलन का डेट नही तय किया।

एक वर्ष हो रहे निर्माण के साथ रेलवे के दो बड़े अधिकारियों के निरीक्षण में वास्तविक रुप से रेलवे ट्रैक की अनदेखी की गई है। अधिकारी या तो निरीक्षण के दौरान सैलून से ट्रैक पर उतरे नही हों या उन्हें संबंधित अधिकारियों ने दिखाया ना हो। बरहज बाजार रेलवे स्टेशन से 1 किमी पूरब नवापार गांव के सामने एवं नवापार रेल पुल के उस पार रेल ट्रैक के भीतर से गिट्टी एवं बेड बैंक से मिट्टी गायब है। जबकि इस निर्माण कार्य के दौरान अभियांत्रिकी विभाग, कैरेज डीपो, आरपीएफ सहित वरिष्ठ मंड़ल विद्युत अभियंताओं ने भी कई बार दौरा किया है, लेकिन सभी ने इस खतरे को नजरंदाज किया। नवापार के लोग बताते हैं कि गांव के सामने रेल ट्रैक से गिट्टी एवं कई स्थानों से बगल की मिट्टी वर्षों से गायब है। जब गांव के सामने से रेलगाड़ी गुजरती है तो पटकन की आवाज से गांव वाले डर जाते हैं, कहीं रेलगाड़ी पलट न जाय। इसकी शिकायत कई बार रेल अधिकारियों से की गई लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नही दिया।