सरैया चीनी मिल पर किसानों-मजदूरों ने प्रदर्शन कर बकाया गन्ना मूल्य और वेतन मांगा

 गोरखपुर। समाजवादी नेता और “सरैया चीनी मिल कर्मचारी व किसान आंदोलन कमेटी” के अध्यक्ष कालीशंकर की अध्यक्षता में किसानो और मजदूरों के बकाया भुगतान व अन्य माँगो को लेकर किसानो-मजदूरों ने धरना-प्रदर्शन कर अपनी आवाज़ को बुलंद किया। धरना-प्रदर्शन में उपजिलाधिकारी चौरी-चौरा के माध्यम से जिलाधिकारी, मंडलायुक्त तथा मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन को ज्ञापन दिया गया।

कालीशंकर ने अपने सम्बोधन में कहा कि सरैया चीनी मिल सरदारनगर के हजारों गन्ना किसानों और मिल के कर्मचारियों और मजदूरों का लगभग 100 करोड़ बकाया है। इस कारण किसान और श्रमिक बदहाली और भुखमरी के कागार पर हैं और अपना जीवन किसी तरह से घिस-घिस कर जीने के लिए विवश हैं। किसानों व कर्मचारियों के हित में शासन-प्रशासन हमारी माँगो पर तत्काल विचार कर निर्णय लें अन्यथा आंदोलन को एक व्यापक रूप दिया जायेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

 

कालीशंकर ने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह वर्ष 2017 में चौरी-चौरा आये थे और वादा किया था कि सरैया चीनी मिल को वे चालू कराएँगे तथा किसानो मजदूरों का बकाया भुगतान भी जल्द हो जायेगा परन्तु लगभग पांच वर्ष बाद भी वे अपना वादा नहीं पूरा कर सके। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि हमने प्रदेश के गन्ना किसानो का बकाया भुगतान कर दिया है जो पूरी तरह से गलत है। आज हम किसान और मजदूर गृह मंत्री और मुख्यमंत्री जी से ज़वाब चाहते हैं कि वेअपना वादा और घोषणा कब पूरा करेंगे।

धरना-प्रदर्शन में मांग की गई कि सरकार किसानों मजदूरों का हित देखते हुए जल्द से जल्द चीनी मिल के वैल्यूएशन के हिसाब से अधिग्रहण करे या नीलामी के माध्यम से खरीद ले और किसानों-मजदूरों का ब्याज सहित बकाया भुगतान कर दे। इसके अलावा चीनी मिल को खरीद कर कोई रोजगार परक उद्योग या फूड पार्क स्थापित करने, चीनी मिल की चल व अचल संपत्तियों को अवैध तरीके से चोरी-छिपे बेचे जाने पर रोक लगाने, सेवानिवृत्त हो चुके कर्मचारियों का ग्रेच्युटी भुगतान करने, उप श्रम आयुक्त गोरखपुर में ग्रेच्युटी और सैलरी के मामले के जल्द निस्तारण और कर्मचारियों का पी.एफ. का पैसा भविष्यनिधि कार्यालय में जमा कराने की मांग की गई।

धरना-प्रदर्शन को कर्मचारी नेता बनारसी सिंह सहित कई किसानों व मजदूरों ने सम्बोधित किया।