गोरखपुर। सपा नेता कालीशंकर ने कहा है कि यदि एक सप्ताह में सरैया चीनी मिल के मजदूरों और किसानों का बकाया भुगतान नहीं हुआ और चीनी मिल की संपत्ति को अवैध रूप से कब्ज़ा कर रह रहे मीजिठिया परिवार के लोगो को रोक नहीं गया तो वे किसानों-मजदूरों के साथ प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने 30 जून को इस संबंध में उपजिलाधिकारी चौरी-चौरा की अनुपस्थिति में उनसे वार्ता कर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा।
सपा नेता ने कहा कि सरैया चीनी मिल सरदारनगर बंद है और मिल की संपत्ति नीलामी में है। उच्च न्यायालय के निर्देश पर नीलामी की प्रक्रिया चल रही है लेकिन नीलामी नहीं हो पाई है और हजारों किसानों, मजदूरों और कर्मचारियों का लगभग रुपया 100 करोड़ फंसा हुआ है।
इसी दौरान कुछ भूमाफिया और अन्य लोगों की मिलीभगत से आपदा में अवसर खोज सरैया चीनी मिल की जमीनों को चोरी-छिपे अवैध ढंग से बेचने का कार्य किया जा रहा है। इस संबंध में हमने तत्कालीन उपजिलाधिकारी पवन कुमार को ज्ञापन प्रेषित कर शिकायत किया था और जांच हुई थी जिसमे हमारी शिकायत को सही पाया गया था और दोषियों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज हुआ।
उन्होंने कहा कि हमारे संज्ञान में आया है कि मीजिठिया परिवार और कुछ अन्य लोग अभी भी नीलामी के लिए अधिकृत संपत्ति पर अवैध ढंग से अपना कब्जा जमाये हुए है और अपना निवास बना ऐशोआराम कर रहे है। जिससे मिल की नीलामी में आने वाले लोग भी भड़क रहे है और खुल कर बोली नहीं लगा पा रहे है। परिणामस्वरूप मिल की नीलामी प्रभावित हो रही है और हजारो किसानो-मजदूरों का बकाया भुगतान नहीं हो पा रहा है।
ज्ञापन देने वालो में प्रमुख रूप से बनारसी सिंह, श्रीश दुबे, ओमप्रकाश मिश्रा, विंध्याचल यादव, परमजीत सिंह, हर्मेंद्र सिंह, बसंत यादव, राम प्रशाद शर्मा, गुलाब गुप्ता, वीरबहादुर शर्मा, विश्वनाथ कोहार, ओंकार, रमेश चंद्र श्रीवास्तव, राजन यादव, रामसेवक लोहार, हरिमूरत उपाध्याय, नवीन कुमार जेम्स, सिद्धनाथ सिंह, रामप्रवेश, आधा सिंह, जय प्रकाश यादव, रणजीत बाघे आदि शामिल थे।