भाजपा ने पुलिस और प्रशासन की मदद से निषाद समाज के लोगों को चुनाव लड़ने से रोका : अमरेन्द्र निषाद

गोरखपुर। वरिष्ठ सपा नेता अमरेन्द्र निषाद ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने पुलिस के सहयोग से निषाद समाज के लोगों को ब्लाक प्रमुख चुनाव में भागीदारी करने से रोका। कई स्थानों पर नामांकन पत्र ही लेने दिया गया और कुछ स्थानों पर नामांकन करने जा रहे प्रत्याशियों पर हमला कर उन्हें चुनाव में भाग लेने से रोका गया।

पत्रकार वार्ता में सपा नेता अमरेन्द्र निषाद ने कहा कि ब्लाक प्रमुख पद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के गुण्डों, पुलिस प्रशासन और शासन द्वारा खासकर निषाद विरादरी को टारगेट किया गया। पहले तो निषाद विरादरी के प्रमुख पद पर चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों को नामांकन पत्र नहीं खरीदने दिया गया। किसी तरह चरगांवा ब्लाक से रामाश्रय निषाद की बहू पूजा निषाद, भटहट ब्लाक से संगीता निषाद और ब्रहमपुर ब्लाक से जय साहनी नामांकन पत्र खरीदने में सफल हुए थे परन्तु भाजपा के लोगों ने पुलिस और प्रशासन के सहयोग से  साजिश कर निषाद बिरादरी के इन उम्मीदवारों को नामांकन पत्र दाखिल नहीं करने दिया गया।

श्री निषाद ने कहा कि मैं आठ जुलाई को भटहट ब्लाक पर प्रत्याशी को लेकर नामांकन पत्र दाखिल कराने जा रहा था कि पुलिस प्रशासन के मौजूदगी में मेरे ऊपर कातिलाना हमला किया और मेरा वाहन क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पुलिस मौन बनकर तमाशा देखते रही। ठीक उसी तरह से पूर्व प्रमुख रामाश्रय निषाद अपने बहू पूजा निषाद का नामांकन पत्र दाखिल कराने जा रहे थे उन पर भी कातिलाना हमला किया गया।  भारतीय जनता पार्टी के गुण्डों, पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन ने निषाद विरादरी के लोगों को उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर लोकतन्त्र की हत्या की गयी। निषाद समाज के लोग इसे याद रखेंगे।

सपा नेता ने कहा कि गोरखपुर जनपद में 20ब्लाक हैं। भारतीय जनता पार्टी ने निषाद समाज के किसी भी व्यक्ति को प्रमुख पद का टिकट नहीं दिया। जनपद में निषाद समाज के तमाम नेता भारतीय जनता पार्टी और उनके गठवन्धन में हैं। उनको निषाद समाज के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का कोई नैतिक आधार नहीं है। निषाद समाज उन्हे कभी माफ नहीं करेगा। पूरा निषाद समाज समाजवादी पार्टी के पक्ष लामबन्द हो चुका है और निषाद समाज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को 2022 में मुख्यमंत्री बनाने का शपथ ले चुका है।