योगी माॅडल दलितों पर दमन और अत्याचार का माॅडल है-चन्द्रशेखर

गोरखपुर। भीम आर्मी के संस्थापक, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने आज गोरखपुर में कहा कि योगी माॅडल में दलितों का दमन चरम पर है। योगी माॅडल और कुछ नहीं अन्याय, अत्याचार का माॅडल है। प्रदेश में हाथरस, उन्नाव, सहारनपुर, आजमगढ और गोरखपुर में दलितों के साथ हुई घटनाएं बताती हैं कि यूपी में दलित सुरक्षित नहीं है। पूरे देश में सबसे अधिक यूपी में दलितों पर अत्याचार हो रहा है।

श्री चन्द्रशेखर गोरखपुर आने के बाद सबसे पहले गोला क्षेत्र में उनौली दुबौली गांव निवासी ग्राम पंचायत अधिकारी अनीश कुमार कन्नौजिया के घर गए जिनकी 24 जुलाई को गोपालपुर चैराहे पर हत्या कर दी गई थी। उन्होंने अनीश कन्नौजिया के परिजनों से मुलाकात की। वहां से लौटने के बाद वे गोरखपुर शहर के शिवपुर शहबाजगंज मुहल्ले में जाकर दलित छात्रा प्रियंका के परिजनों से मिले। प्रियंका की 31 जुलाई को गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग में शव मिला था। प्रियंका के परिजनों का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है।

दोनों दलित परिवारों से मिलने के बाद देर रात उन्होंने फेसबुक लाइव कर दोनों घटनाओं और प्रदेश में दलितों के अत्याचार पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के गृहजनपद में आकर प्रदेश में योगी सरकार के माॅडल की असलियत देखी। अनीश कन्नौजिया को इसलिए निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई कि उन्होंने ब्राह्मण लड़की से प्रेम विवाह किया था। इस घटना में 21 लोग अभियुक्त हैं लेकिन अभी तक सिर्फ 10 आरोपी ही गिरफ़्तार हुए हैं जिनमें से छह आरोपियों ने खुद सरेंडर किया है। इससे पुलिस की सांठगांठ समझी जा सकती है।

युवा दलित नेता ने कहा कि अनीश कन्नौजिया के परिवार को अभी भी धमकी मिल रही है। पूरा परिवार खतरे में है। उन्होंने अनीश कन्नौजिया के परिजनों को सुरक्षा, आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की। चन्द्रशेखर आजाद रावण ने कहा कि प्रियंका के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है। पुलिस इस घटना का पर्दाफाश करने और प्रियंका की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ़्तार करने के बजाय उन नौजवानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का काम कर रही है जिन्होंने प्रियंका को न्याय देने के लिए संघर्ष किया।

 

उन्होंने कहा कि आज देश आजाद है और देश में संविधान है। देश संविधान से चलेगा। हम कहना चाहते हैं कि यदि हमारे नौजवानों को उत्पीड़ित किया गया तो हम चुप नहीं बैठेंगे। यदि एक सप्ताह में दोनों मामलों में न्याय नहीं मिला तो हम गोरखपुर की जेल को भरने का काम करेंगे। हम एक सप्ताह में दुबारा आयेंगे। तब गोरखपुर जिला प्रशासन अपने जेल में जगह बना ले। हम गुंडागर्दी सहन नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा कि दलित समाज बहुत तकलीफ में है लेकिन संसद में बैठे 131 एससी एसटर सांसद आवाज नहीं उठा रहे हैं। वे पार्टी लाइन में बंधे हैं। अब दलित नौजवानों को समझना होगा कि हमें अपनी लड़ाई खुद लड़नी होगी। मैं बहुजन राजनीति को दुबारा खड़ा करना चाहता हूं। यूपी में निकम्मी सरकार को बदलने का समय आ गया है। मैं अब यूपी का ज्यादा समय दूंगा और दलितों की मजबूत ताकत बनाने का प्रयास करूंगा। हम बहुजन एकता बनाएं, यूपी में हमारा राज स्थापित होगा। अपना टाइम आएगा, दलितों का टाइम आएगा।