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डेंगू से बचाव के लिए सतर्कता जरूरी, रोकथाम के लिए चलेगा अभियान

महराजगंज। कोरोना संक्रमण, मौसमी बीमारियों के साथ साथ डेंगू का भी खतरा बढ़ गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग एलर्ट है। डेंगू सहित अन्य वेक्टर जनित रोगों के सर्विलांस के लिए सदर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सभागार में आठ सितंबर को कार्यशाला आयोजित की गई है।

यह  जानकारी देते हुए जिला मलेरिया अधिकारी त्रिभुवन चौधरी ने बताया कि इन दिनों वायरल, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, टायफाइड सहित कई प्रकार की बीमारियों की आशंका बनी रहती है। इनके प्रति जन समुदाय में जागरूकता लाने का काम किया जाएगा। इसके पहले अभियान में लगने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाएगा।

कार्यशाला में मलेरिया निरीक्षकों, वरिष्ठ क्षेत्र वर्कर्स, सभी स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारियों, स्वास्थ्य पर्यवेक्षकों, बेसिक हेल्थ वर्कर्स एवं सभी ब्लॉक कम्यूनिटी प्रोसेस मैनेजर्स को प्रतिभाग करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी के स्तर से पत्र भेजा गया।

प्रशिक्षण मंडल स्तर के प्रशिक्षक डॉ.वीके श्रीवास्त द्वारा दिया जाएगा। जिले स्तर से प्रशिक्षित मास्टर ट्रेनरों द्वारा सभी आशा,आशा संगिनी, एएनएम, आंगनबाड़ी व प्रयोगशाला प्राविधिकों को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।

यह लक्षण दिखे तो हो सकता है डेंगू

जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि अगर किसी को आखों के पिछले हिस्से में तेज दर्द, तेज बुखार, त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, जोड़ों में दर्द, उल्टी एवं डायरिया के लक्षण दिखें तो डेंगू हो सकता है। डेंगू से बचाव का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आसपास के छोटे जलस्रोतों में साफ पानी इकट्ठा न होने दें। ऐसे ही पानी में डेंगू का लार्वा पनपते हैं । गमलों, एसी बैंड, फ्रीज ट्रे, कूलर, टायर आदि में जमा पानी की नियमित तौर पर सफाई करते रहें । फिर भी अगर डेंगू के लक्षण दिख रहे हैं तो अपने मन से दवा न खाएं। चिकित्सक की सलाह पर ही दवा का सेवन करें।

डेंगू से बचाव

नजदीक के सरकारी अस्पताल पर दिखाएं। पूरी बांह की कमीज एवं मोजे पहनें। शरीर को ढंक कर रखें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। आसपास जलभराव न होने दें।