Friday, September 22, 2023
Homeस्वास्थ्यगोरखपुर मण्डल के 19 ब्लाक के 116 गाँव कालाजार से प्रभावित 

गोरखपुर मण्डल के 19 ब्लाक के 116 गाँव कालाजार से प्रभावित 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित

गोरखपुर। समुदाय को कुष्ठ, फाइलेरिया और कालाजार जैसी बीमारियों से बचाने के लिए इनकी समय से पहचान आवश्यक है । अगर समय से पहचान कर इलाज कराया जाए तो इन बीमारियों का उन्मूलन हो सकता है । यह बातें विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से आयोजित जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यक्रम में सभी विषय विशेषज्ञों ने शुक्रवार को कहीं ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम के दौरान बीमारियों के लक्षण के साथ उपचार और प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी ।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के डॉ. सागर घोड़ेकर की प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरूआत हुई जिसमें उन्होंने कालाजार के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने बताया कि गोरखपुर मंडल के 19 ब्लॉक के 116 गांव कालाजार से प्रभावित हैं ।

जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने कालाजार रोधी छिड़काव के बारे में बताया और पाथ संस्था के प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. ज्ञान ने सक्रिय रोगी खोज के बारे में जानकारी दी । कार्यक्रम के दौरान हाथीपांव मरीज के पैरों की देखभाल से संबंधित प्रदर्शन भी किया गया । इस मौके पर एमएमडीपी किट के बारे में जानकारी दी गयी । प्रत्येक मरीज को यह किट दी जानी है।

जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. गणेश प्रसाद यादव, कंसल्टेंट डॉ. भोला और फिजियोथेरेपिस्ट आसिफ ने बीमारी के बारे में जानकारी दी और नसों में होने वाली समस्या का प्रदर्शन भी किया । लोगों को बताया गया कि इन सभी बीमारियों की समय से पहचान के लिए आशा कार्यकर्ताओं का सक्रिय सहयोग लिया जाना चाहिए। आशा कार्यकर्ता जब बीमारी की समय से पहचान करेंगी तो समय से इलाज भी संभव हो पाएगा । अगर किसी को अधिक जानकारी चाहिए तो वह जिला मलेरिया विभाग एवं कुष्ठ रोग विभाग से संपर्क कर सकता है । पीसीआई संस्था के प्रतिनिधि एसएन पांडेय ने जनजागरूकता के संबंध में जानकारी दी ।

सीएमओ ने मांगा सहयोग

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी प्रतिभागियों से अपील की कि वह कोविड नियमों का पालन करते हुए एनटीडी (उपेक्षित) बीमारियों के मरीजों को सामने लाएं। मरीजों को समय से इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जाए । इसके साथ ही उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों से अपील की कि वह कम से कम दो टीबी मरीजों को गोद लें और उनकी देखभाल करें ।

इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष कुमार दूबे और अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नंद कुमार ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया । कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. एके चौधरी, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रामेश्वर मिश्र, एसीएमओ डॉ. वीपी पांडेय, डॉ. एके प्रसाद, एआरओ केपी शुक्ला, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी केएन बरनवाल, उप जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल, जिला कार्यक्रम प्रबंधक पंकज आनंद और शहरी स्वास्थ्य समन्वयक सुरेश सिंह चौहान प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।

RELATED ARTICLES

Most Popular

Recent Comments