गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कमलेश के निलम्बन को रद्द करने व अन्य आचार्यों के ख़िलाफ़ की गई कार्यवाई को वापस लेने, कुलपति को बर्खास्त करने और कुलपति के पद को ख़त्म कर तीन सदस्यीय वरिष्ठ आचार्यों की परिषद गठित करने की माँग को लेकर पिछले 10 दिन से आमरण अनशन पर बैठे डॉ. सम्पूर्णानन्द मल्ल के समर्थन में दिशा छात्र संगठन ने शनिवार को विश्वविद्यालय के मुख्य द्वारा पर प्रदर्शन किया। संगठन ने मांग की कि प्रीपीएचडी के छात्रों पर लगे एफआईआर को रद्द किया जाय और सीबीसीएस प्रणाली को विश्वविद्यालय में लागू न किया जाय।
दिशा छात्र संगठन के राजू ने कहा कि पिछले दिनों सीबीसीएस प्रणाली के तहत परीक्षा कराने के ख़िलाफ़ विश्वविद्यालय के 17 शोध छात्रों ने परीक्षा देने से मना कर दिया था। इन छात्रों पर विश्वविद्यालय द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया। वहीं कुलपति द्वारा वित्तीय अनियमितता और विश्वविद्यालय कर्मचारियों का वेतन रोकने के ख़िलाफ़ पिछले दिनों प्रोफेसर कमलेश धरने पर बैठे थे। जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने प्रोफेसर कमलेश को निलंबित कर दिया था और इनके समर्थन में आने वाले सात अन्य प्रोफेसरों के ख़िलाफ़ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
दिशा छात्र संगठन विश्वविद्यालय के इस तानाशाहीपूर्ण रवैये की कड़ी निन्दा करता है। और माँग करता है कि जल्द से जल्द प्रोफेसर कमलेश के निलम्बन को वापस लिया जाय और छात्रों पर लगे मुकदमों को रद्द किया जाय। दिशा छात्र संगठन यह भी माँग करता है कि विश्वविद्यालय के संचालन और प्रबंधन के लिए शिक्षकों, छात्रों, कर्मचारियों और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों की साझा कमेटी गठित की जाय।
प्रदर्शन में विकास, प्रतिभा, अंजली, नीशू, दीपक, राजकुमार, आदित्य, संदीप आदि रहे।