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खेग्रामस और किसान महासभा ने बिजली बकाया में गरीब ग्रामीणों के उत्पीड़न के खिलाफ प्रदर्शन किया

गोरखपुर। खेत एवं ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) एवं किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को गोरखपुर में बिजली विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय और खजनी व बांसगांव में बिजली विभाग के दफ्तरों पर प्रदर्शन कर बिजली बिल 2022 वापस लेने, बिजली का निजीकरण बंद करने, पंजाब की तरह कृषि काम के लिए मुफ्त और सभी के लिए हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने तथा बकाया वसूलने में प्रताड़ना और कनेक्शन काटना बंद करने की मांग की।

खेग्रामस और किसान महासभा के कार्यकर्ता गुरुवार को दोपहर 12 बजे मोहद्दीपुर स्थित पार्टी कार्यालय पर जुटे और जुलूस की शक्ल में नारा लगाते हुए मुख्य अभियंता विद्युत वितरण गोरखपुर कार्यालय पहुंचे। यहाँ एक घण्टे सभा के बाद मुख्य अभियंता को मुख्यमंत्री को संबोधित नौ सूत्रीय ज्ञापन दिया गया।

ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश में ग़ामीण गरीबों के बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं। कहीं कही तो पूरे बस्ती की बिजली काट दी जा रही है। कहीं भी नियमित प्रति माह बिल नहीं दिया जा रहा है। अचानक 40-50 हजार का बिल भेजकर सदमा पहुंचाया जा रहा है। विद्युत केन्द्रों पर कोई सुनने वाला मिलता ही नहीं है।

ज्ञापन में बिजली बिल 2022 वापस लेने, बिजली का निजीकरण बंद करने, पंजाब की तरह कृषि काम के लिए मुफ्त और
सभी के लिए हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने, बकाया वसूलने में प्रताड़ना और कनेक्शन काटना बंद करने, गरीबों को फ्री बिजली का झांसा देकर भारी और फर्जी बिलिंग बंद करने, रसूखदारों और सरकारी संस्थाओं के लाखों के बकाया की गरीबों से वसूली कर भरपाई करने पर रोक लगाने, कनेक्शन,मीटर और जोड़ने के लिए 2850 रुपए की वसूली बंद करने, क्षेत्र के तमाम गांवों में बस्तियों में घरों से गुजर रहे तारों एवं खम्भों को हटाने की गारंटी करने की मांग की गई है।

जुलूस और सभा मे अ.भा.खेग़ामस के प्रदेश सचिव कामरेड राजेश साहनी, किसान महासभा के प़भुनाथ सिंह, माले नेता हरिद्वार प्रसाद, बजरंगी लाल निषाद, कालीचरण चौहान, सपना, गुड़िया, ओमकारी,साधु, शिवकुमार, जयप्रकाश यादव, दीनदयाल यादव, विनोद भारद्वाज, भिखारी आदि दर्जनों लोग शामिल रहे।

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