श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, भिलाई के नवनियुक्त कुलपति प्रो.(डॉ.) सदानंद शाही ने 10 दिसम्बर को पदभार ग्रहण किया। निवर्तमान कुलपति प्रो.(डॉ.) एल.एस.निगम ने प्रो. शाही को कार्यभार सौंपा।
इस अवसर पर प्रो. शाही ने कहा कि संस्था के अंदर पारिवारिकता का होना बहुत ज़रूरी है। कोई भी संस्था जब उन्नति करती है तो उसके पीछे सामूहिकता की भावना का बने रहना बहुत ज़रूरी है। एक बेहतर संस्था का निर्माण तभी किया जा सकता है जब उसमें सबकी भागीदारी हो। प्रो. शाही ने शंकराचार्य की प्रतिज्ञा ‘विद्या वह है जो हमें मुक्त करती है’ यानी जो विद्या हमारे अंदर है उसके ज़रिए ज्ञान की रौशनी फैलाये और सांसारिक बंधनों से मुक्त रखे। इसी को हम सबको मिलकर साकार करना है। उन्होंने आगे कहा कि मेरी पूरी कोशिश होगी कि पूर्व कुलपति द्वारा किए गये कार्यों को आगे लेकर जाऊं साथ ही संस्थान की बेहतरी के लिए निरतंर कार्य करूँ।
इस अवसर पर श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी के निवर्तमान कुलपति प्रो. एल.एस. निगम ने कहा कि हर व्यक्ति को ‘अप्प दीपो भवो’ यानी अपना दीपक स्वयं बनना चाहिए और अपने ज्ञान के क्षेत्र को आगे बढ़ाना चाहिए तभी शिक्षा जगत में शैक्षिक क्रांति हो सकती है।
इस अवसर पर यूनिवर्सिटी की प्रेसिडेंट श्रीमती जया मिश्रा ने प्रो. शाही का स्वागत करते हुए कहा है कि गुरुओं से हमेशा सीखते रहना चाहिए। प्रो. शाही का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान है और वे श्री शंकारचार्य यूनिवर्सिटी को उच्चतम मुकाम तक लेकर जाएंगे, ऐसा मेरा विश्वास है। उनके छत्तीसगढ़ आने से शिक्षा जगत में हर्ष का माहौल व्याप्त है। इस अवसर पर कुलसचिव पी. के. मिश्रा ने प्रो. शाही के हिंदी जगत में किए गये योगदान को रेखांकित किया। उपकुलसचिव विनय पीताम्बरम ने धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रो. शाही के आने से विश्वविद्यालय का उन्नयन और समृद्धि हुई है। पदभार ग्रहण करने के अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों, विभागाध्यक्षों, सहायक प्राध्यापकों एवं समस्त कर्मचारियों की उपस्थिति रही।