गोरखपुर। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वविजय सिंह ने नया गोरखपुर शहर बसाने के नाम पर 60 गांवों की हजारों एकड़ भूमि अधिग्रहण करने की घोषणा पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि किसानों की जमीन जबरन लेने की कोशिश की गई तो इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
श्री सिंह ने एक बयान में कहा कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 60 गांवों की जमीन लेकर नया गोरखपुर शहर बसाने की योजना घोषित की गई है और कहा गया है कि इसके लिए गांवों में जमीन का सर्वे शुरू कर दिया गया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण द्वारा यह भी कहा गया है कि अधिग्रहीत की जाने वाली जमीन पर माॅल, होटल, मल्टीप्लेक्स व मनोरंजन के केन्द्र विकसित किए जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उत्पादक कारखाने स्थापित करने के बजाय माॅल, माॅल, होटल, मल्टीप्लेक्स बनाने के लिए किसानों की बहुफसली उपजाऊ जमीन औने पौने दाम पर लेने की यह योजना फिजूल की है और गोरखपुर के लोगों को इसकी कोई जरूरत नहीं है। किसानों ने भी इस योजना के लिए अपनी जमीन न देने की बात कही है। हम किसानों के साथ है और उनकी रजामंदी के बिना एक इंच भूमि को अधिग्रहीत करने की किसी भी योजना का विरोध किया जाएगा।
उन्होंने जीडीए के अफसरों द्वारा किसानों की रजामंदी के बिना ही भूमि अधिग्रहण करने के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह बयान भूमि अधिग्रहण कानून के प्रावधानों का उल्लंघन है जिसमें साफ तौर पर किसानों की सहमति के बिना बहुफसली उपजाऊ भूमि के अधिग्रहण नहीं करने की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षो से गोरखपुर में भूमि का सर्किल रेट एक साजिश के तहत नहीं बढ़ाया गया हे ताकि किसानों की जमीन की मनमानी लूट की जा सके। इस साजिश के तहत गोरखपुर में किसानों की सैकड़ों एकड़ भूमि औने पौने दाम पर विभिन्न परियोजनाओं के लिए ली जा चुकी है।
श्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस का एक दल शीघ्र ही प्रभावित गांवों का दौरा कर किसानों से संवाद करेगा और फिर चंद पूंजीपतियों के मुनाफे के लिए बनायी गयी इस योजना के लिए जमीन लूट के खिलाफ संघर्ष की रणनीति तय करेगा।