गोरखपुर। मानव सेवा संस्थान (सेवा) द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सहयोग से गोरखपुर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर एवं संतकबीरनगर को बाल विवाह मुक्त करने के लिए प्रत्यक्ष रूप से 50-50 ग्राम पंचायतो में बृहद रूप से कार्य करने के साथ-साथ पूरे जनपद को बाल विवाह मुक्त करने के लिए कार्य किया जा रहा है। उक्त कार्य में समाज के जागरूक प्रबुद्ध व्यक्तियों के साथ-साथ सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं, मीडिया,न्यायपालिका आदि का पूर्ण सहयोग एवम समर्थन मिल रहा है। इन जनपदों में लगभग 2 लाख व्यक्तियों को बाल विवाह मुक्त हेतू बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई जा चुकी है।
यह बातें मानव सेवा संस्थान के निदेशक राजेश मणि ने 11 अक्टूबर को पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि चारों जिलों में बाल श्रम, बाल यौन शोषण, बाल तस्करी रोकने के लिए समाज को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए नुक्कड़ नाटक, ग्राम प्रधानों के साथ बैठक, जागरूकता रैली, स्कूलों के साथ संवेदीकरण कार्यक्रम, विभिन्न समूहों के साथ बैठक की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान से इन जनपदों में जागरुक एवं प्रबुद्ध वर्ग के लोग सामने आए हैं। ग्राम प्रधान बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए अपना भरपूर योगदान दे रहे हैं तथा अपने ग्राम पंचायत को बाल विवाह मुक्त करने के लिए भरपूर सहयोग और प्रयास कर रहे हैं कई ग्राम प्रधानों के द्वारा अपने अपने ग्राम पंचायत को बाल विवाह मुक्त ग्राम पंचायत की घोषणा भी की जा चुकी है।
श्री मणि ने कहा कि बाल विवाह एक सामाजिक बुराई होने के साथ-साथ कानूनन अपराध भी है। इसको समाप्त करने के लिए सरकार ने 2006 में बाल विवाह निषेध अधिनियम लागू किया है जो कि कम उम्र ( 18 वर्ष लड़की और 21 वर्ष लड़के ) में विवाह से बच्चों की रोकथाम और सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें बाल विवाह करने और कराने वाले तथा जो लोग किसी भी रूप में बाल विवाह में शामिल हुए हैं वे सभी लोग इस कानून के अंतर्गत सजा के भागीदार होंगे। विगत वर्ष 2019 – 2021 के बीच में आयोजित पांचवे राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण से यह पता चला है कि 20 से 24 वर्ष की आयु के बीच की 23.3% लड़कियों की शादी 18 वर्ष की कानूनी उम्र से पहले कर दी जाती है। यह एक गंभीर चिंता का कारण है और इस पर हम सभी का दायित्व है कि हम लोग मिलकर इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त करें ।
16 अक्टूबरको देश भर में लगभग 300 से अधिक जिलों में बाल विवाह मुक्त भारत बनाने के लिए एक साथ लोग अपने अपने घरों से निकलकर मशाल जुलूस,दीया/मोमबत्ती जलाना, जागरूकता रैली, संगोष्ठी हस्ताक्षर अभियान आदि का कार्यक्रम महिलाओं के द्वारा आयोजित किए जाएंगे और बाल विवाह मुक्त भारत बनाने का शपथ लिया जायेगा। गोरखपुर में ही एक दिन में 16 अक्तूबर को 25 हज़ार शपथ का टारगेट रखा गया है। शहर से देहात तक 25 स्कूल को भी टारगेट किया गया है।
पत्रकार वार्ता में बाल कल्याण समिति के सदस्य अरुण राव व जय प्रकाश आर्य ने इस कार्य के लिये हर संभव सहयोग देने की बात कही। इस मौके पर बाल संरक्षा अधिकारी डॉ सुमन शुक्ला, मो शमून , शशि व ज़िला समन्वयक अविनाश सिंह उपस्थित रहे।