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उत्तर प्रदेश डायबिटीज एसोसिएशन का वार्षिक सम्मलेन 22-24 दिसम्बर को, 300 चिकित्सक भाग लेंगे

गोरखपुर। उत्तर प्रदेश डायबिटीज एसोसिएशन का वार्षिक चिकित्सकीय सम्मलेन 22, 23 और 24 दिसम्बर को योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया है। इस सम्मलेन में लगभग 300 चिकिसक भाग लेंगे। पूरे देश से 50 विशेषज्ञ मधुमेह के विभिन्न पहलू पर नवीनतम जानकारी प्रतिभागियों को देंगे।

यज जानकारी आयोजन समिति के डॉ आलोक गुप्ता, डॉ सुधीर और डॉ आर पी त्रिपाठी ने प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता में दी। चिकित्सकों ने बताया कि उत्तर प्रदेश डायबिटीज एसोसिएशन मधुमेह के क्षेत्र में 2003 से सक्रिय है। हर वर्ष वार्षिक चिकित्सीय सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। उत्तर प्रदेश डायबिटीज एसोसिएशन चिकित्सकों के अतिरिक्त चिकित्सक और रोगी के बीच कड़ी का काम करने वाले पैरा मेडिकल स्टॉफ की भूमिका की महत्ता को भी वखूबी समझता है, और इस को ध्यान में रखते हुए वह चिकित्सको के अलावा पैरा- मेडिकल स्टॉफ की ट्रेनिंग के लिए वर्कशॉप का भी आयोजन 24 दिसम्बर को किया गया है जिसमे विभिन्न चिकिसालायों में कार्यरत पैरा-मेडिकल स्टॉफ भाग लेंगे।

सम्मेलन में 24 दिसम्बर को अपराहन 3 से 5 बजे संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है इसमें देश के विभिन्न हिस्सों से आये विशेषज्ञ और जनता के बीच प्रश्नोतरी के माध्यम चिकित्सा के विभिन्न पहलू पर फैली भ्रान्ति और संशय का निवारण किया जाएगा। यह संव कार्यक्रम पूर्णतया निःशुल्क होगा और सभी के लिए खुला होगा।

चिकित्सकों ने कहा कि जीवन शैली जनित शारीरिक व्याधियों में मधुमेह और मोटापा सब से प्रमुख हैं। मोटापा कई बीमारियों की जनक है। साथ ही अनियंत्रित मधुमेह शरीर के प्रत्येक अंग को क्षति पहुंचाता है। आज 20 प्रतिशत आबादी मधुमेह के चपेट में है। इस चुनौती से निपटने के लिए कई स्तर पर मोर्चा लेने की आवश्यकता है। जरूरी है कि नित नये अध्ययन और शोध के माध्यम से नए चिकित्सा के आयाम खोजे जाएँ और  इस नए ज्ञान को चिकित्सको तक पहुंचाने के साथ साथ मधुमेही व आम जन तक पहुंचाया जाय ।