जनपद

शाहपुर पुलिस पर युवक को फर्जी केस में फंसाकर उत्पीड़ित करने का आरोप

गोरखपुर। अंबेडकर जन मोर्चा ने शाहपुर पुलिस पर अल्पसंख्यक समाज के युवक को फर्जी केस में फँसाने और उत्पीड़ित करने का आरोप लगाया है।
अम्बेडकर जन मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सीमा गौतम व प्रदेश उपाध्यक्ष ऋषि कपूर आनन्द ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि बशारतपुर के ओमनगर निवासी आशीष जॉन की दुकान पेटशॉप ‘रेल विहार डॉक्टर्स कालोनी चरगॉवा में है।  आशीष जॉन के दुकान के सामने मुहल्ले के ही कुछ अराजक व मनबढ़ किस्म के लड़के 28 सितंबर 2023 को आपस में विवाद कर रहे थे। आशीष जॉन व आस-पास के दुकानदारों ने बीच बचाव किया। इसके बाद दोनों पक्ष दूसरे जगह जाकर मारपीट किए।  इस घटना के बाद पुलिस ने आशीष जॉन का दुकान यह कह कर बन्द करा दिया कि तुम्हारी दुकान नहीं खुलेगी तो यहां पर भीड़ नहीं होगा। आशीष जॉन की दुकान पर पुलिस हल्का प्रभारी दुर्गेश शुक्ला ने नोटिस चस्पा करके दुकान बन्द करा दिया।
दोनों नेताओं और आशीष जॉन ने आरोप लगाया कि पुलिस हल्का प्रभारी ने दुकान खुलवाने के लिए एक लाख रुपये मांगे और नहीं देने पर फर्जी केस दर्ज कर जिन्दगी बर्बाद करने की धमकी दी।
पत्रकार वार्ता में आशीष जॉन ने बताया कि 31 अक्टूबर 2023 को सुबह 9.30 बजे को रेल बिहार पुलिस चौकी प्रभारी दुर्गेश शुक्ला कई पुलिस कर्मियों के साथ उनके घर पहुंचे और भद्दी-भद्दी गाली देते हुए गाड़ी के में बैठाकर एस0एस0बी0 पुलिस चौकी फर्टिलाइजर ले गये। यहाँ पर उन्हें बुरी तरह से मारा-पीटा गया । इस दौरान उनसे कहा गया कि यदि उसने तीन लाख रुपये नहीं दिए तो उसका इनकाउन्टर कर दिया जाएगा। इसके पहले शाहपुर पुलिस ने 29 सितंबर 2023 को एक एफ0आई0आर0 दर्ज किया था जिसमें आशीष जॉन का नाम नहीं था। बाद में  इसी एफ0आई0आर0 में आशीष जॉन का नाम जोड़ दिया। शाहपुर पुलिस आशीष जॉन का लगातार उत्पीड़न करती रही और एक नवंबर को 307 जैसी गम्भीर धारा में उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। दस नवंबर 2023 को आशीष जॉन जमानत पर रिहा हुआ।
इसके बाद 18 फरवरी 2024 को आशीष जॉन के दुकान के सामने कुछ मनबढ़ युवक हुड़दंग करने लगे और मना करने पर जान से मारने की धमकी देने लगे। आशीष जॉन ने शाहपुर ठाणे जाकर थानाध्यक्ष को घटना के बारे में बताया। थानाध्यक्ष ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। ठाणे से लौटने के बाद मनबढ़ युवक फिर ठाणे पहुँच गए। आशीष जॉन ने थानेदार को फोन किए तो वे मौके पर पहुंचे और कुछ लोगों को पकड़ा। इसके बाद हल्का प्रभारी आए और आशीष जॉन को अपनी बाइक पर बैठा कर शाहपुर थाना ले गए। आशीष जॉन का आरोप है कि थानाध्यक्ष जयन्त सिंह ने उन्हें अपने कमरे में ले जाकर बुरी तरह पीटा। उनका फोन छीन लिया घर पर सूचना भी नहीं देने दिया।
आशीष जॉन ने कहा कि वह बहुत भयभीत हैं। पीड़ित होते हुए भी पुलिस ने उनके खिलाफ ही लगातार कार्यवाही कर रही है। उन्हें केस में फँसाने और इनकाउण्टर करने की धमकी दी जा रही है।
अंबेडकर जन मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि इस मामले की मुख्यमंत्री समेत सभी पुलिस अधिकारियों से लिखित शिकायत की गई है।

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